सीजी भास्कर, 24 नवंबर। विशेष गहन पुनरीक्षण (Election Revision) के तहत जिले में चल रहे निर्वाचन नामावलियों के डिजिटाइजेशन कार्य में अपेक्षित प्रगति न होने पर कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी बी.एस. उईके ने संबंधित अधिकारियों को कारण-बताओ नोटिस जारी किया है। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों के आधार पर 1 जनवरी 2026 की अहर्ता तिथि को ध्यान में रखते हुए जिलेभर में एसआईआर कार्य संचालित हो रहा है, जिसके लिए जिला और ब्लॉक स्तर पर एईआरओ कार्यालय द्वारा कई बैठकें, प्रशिक्षण सत्र और अनिवार्य निर्देश जारी किए गए थे।
इसके बावजूद कुछ मतदान केंद्रों में इन्युमिरेशन फार्म का डिजिटाइजेशन अत्यंत धीमा पाया गया (Election Revision)। गरियाबंद कलेक्टर ने नोटिस में स्पष्ट कहा कि निर्वाचन कार्य अत्यंत महत्वपूर्ण एवं सर्वोच्च प्राथमिकता का विषय है। इसके उपरांत भी निर्धारित कार्य में लापरवाही बरतना गंभीर त्रुटि है, जिससे जिले के संपूर्ण पुनरीक्षण अभियान की रफ्तार प्रभावित हो रही है।
कलेक्टर उईके (Election Revision) ने उल्लेख किया कि आवश्यक निर्देश कई बार जारी किए जाने के बावजूद कार्य में सुधार न होना संबंधित कर्मियों की कर्तव्यहीनता और उदासीनता को दर्शाता है। उन्होंने चेतावनी दी कि निर्वाचन जैसे संवैधानिक कार्यों में ढिलाई किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं है ।
कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को तीन दिनों के भीतर स्पष्ट लिखित कारण प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। यह भी कहा गया है कि निर्धारित अवधि में संतोषजनक जवाब न देने की स्थिति में संबंधित के विरुद्ध छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (आचरण) नियम 1965 के नियम-3 के तहत अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। जिला प्रशासन ने यह भी पुनः रेखांकित किया है कि एसआईआर कार्यों में तेजी लाना अत्यंत आवश्यक है, ताकि अंतिम मतदाता सूची समय-सीमा के भीतर सही, अद्यतित और त्रुटिरहित रूप में तैयार हो सके।
