सीजी भास्कर, 27 नवंबर। स्कूली बच्चों में शोध और नवाचार के प्रति रुझान बढ़ाने के लिए शिक्षा मंत्रालय (School Students Innovation) ने एक अहम पहल शुरू की है। देश के शीर्ष तकनीकी और शोध संस्थान।
खासकर आइआइटी मद्रास समेत प्रमुख आइआइटी अब स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों को अपने परिसर में आमंत्रित करेंगे, जहां वे (IIT Innovation Ecosystem) के रिसर्च, प्रयोगशालाओं और नवाचार गतिविधियों को प्रत्यक्ष देख सकेंगे। इस दौरान छात्रों के साथ उनके अभिभावक भी उपस्थित रह सकेंगे और इन संस्थानों के शैक्षणिक माहौल को नजदीक से समझ सकेंगे।
आइआइटी मद्रास (School Students Innovation) ने ‘ओपन हाउस’ नाम से अपनी पहल पहले ही शुरू कर दी है, जिसमें दो से चार जनवरी तक पूरा कैंपस छात्रों, अभिभावकों और युवा उद्यमियों के लिए खोल दिया जाएगा। हालांकि इसके लिए ऑनलाइन पंजीयन अनिवार्य रखा गया है।
इसी मॉडल को देखते हुए शिक्षा मंत्रालय ने अन्य सभी शीर्ष तकनीकी और शोध संस्थानों को भी निर्देश दिए हैं कि वे अपने यहां चल रहे शोध, प्रोजेक्ट, नवाचार और लैब सुविधाओं को स्कूली बच्चों के लिए प्रदर्शित करें। यह पहल देश में वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की जा रही है।
इन संस्थानों में छात्रों के लिए विशेष इंटरएक्टिव सेशन, रिसर्च डेमो, इनोवेशन स्टॉल और प्रोजेक्ट एक्सप्लेनर उपलब्ध कराए जाएंगे, ताकि वे भविष्य की तकनीक को सही रूप में समझ सकें। आइआइटी मद्रास ने तो अपनी विभिन्न अत्याधुनिक प्रयोगशालाओं को भी स्कूल छात्रों के लिए खोलने का फैसला किया है, जो पहली बार होने जा रहा है।
School Students Innovation आइआइटी मद्रास दो वर्षों से कर रहा काम
मंत्रालय से जुड़े वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक, आइआइटी मद्रास पिछले दो वर्षों से इस दिशा में काम कर रहा है, इसलिए वह पूरी तरह तैयार है। यह कदम नई शिक्षा नीति (NEP 2020) के लक्ष्यों के अनुरूप है, जिसमें शीर्ष संस्थानों द्वारा स्कूली बच्चों को मेंटर करने, मार्गदर्शन देने और उनकी प्रतिभाओं को उभारने पर विशेष जोर दिया गया है।
सरकार को उम्मीद है कि इस पहल से न सिर्फ बच्चों में शोध और नवाचार के प्रति उत्साह बढ़ेगा, बल्कि भारत में ‘वैज्ञानिक मानसिकता’ को भी मजबूत आधार मिलेगा, जिससे आने वाले समय में देश का इनोवेशन इंडेक्स और मजबूत होगा।
