सीजी भास्कर, 10 दिसंबर। देवी अहिल्याबाई होलकर एयरपोर्ट पर इन दिनों एक अजीब-सा सन्नाटा उड़ानों की हलचल पर भारी है। लगातार सातवें दिन इंडिगो की उड़ानें योजनानुसार संचालित नहीं हो सकीं और मंगलवार को कुल 13 फ्लाइट्स रद्द (Indore Airport Flights Cancelled) कर दी गईं। हजारों यात्रियों की बुकिंग, प्लान और कार्यक्रम, सब एक झटके में उलझ कर रह गए। टर्मिनल पर इंतजार की नमी और सूचना स्क्रीन की अनिश्चितता, माहौल को घंटों थामे रही।
बीते सप्ताह की तुलना में रद्द उड़ानों की संख्या जरूर घटी (Indore Airport Flights Cancelled) है, मगर हालात अब भी सुगम नहीं। कुछ मार्गों पर राहत मिली है—पुणे, जयपुर, चेन्नई, कोलकाता और चंडीगढ़ रूट की सेवाएं दोबारा शुरू की जा चुकी हैं। वहीं जिन उड़ानों का संचालन हो रहा है, उनके टाइमिंग पर खास फोकस रखा जा रहा है। पिछले दिनों जिस देरी ने यात्रियों को समय के हिसाब से थका दिया था, उसमें थोड़ी नरमी आई है और फ्लाइट शेड्यूल अब कुछ हद तक स्थिर दिख रहा है।
यात्रियों को सबसे बड़ी राहत यह है कि एयरलाइन द्वारा सुबह-सुबह एसएमएस के जरिए रद्द उड़ानों की जानकारी भेजी जा रही है, जिससे उन्हें अनावश्यक रूप से एयरपोर्ट तक आने-जाने में समय और खर्च बर्बाद नहीं करना पड़ रहा। जिन यात्रियों की उड़ानें निरस्त हुईं, उनमें कई ने विकल्प तलाशते हुए अन्य एयरलाइनों का रुख किया।
मंगलवार को जिन 13 उड़ानों पर कैंची चली, उनमें दिल्ली और मुंबई की चार–चार, बेंगलुरु की तीन और हैदराबाद की दो उड़ानें शामिल थीं। सौभाग्य से इन रूटों पर अन्य विकल्प उपलब्ध रहे—दिल्ली और मुंबई के लिए एयर इंडिया, एयर इंडिया एक्सप्रेस और अलायंस एयर, वहीं बेंगलुरु के लिए एयर इंडिया एक्सप्रेस संचालित (Indore Airport Flights Cancelled) हो रही है। इंडिगो ने भी हैदराबाद और बेंगलुरु सेक्टर की कुछ उड़ानों को क्रमशः सामान्य संचालन में वापस ला दिया है, जिससे स्थिति पहले के मुकाबले थोड़ी सहज दिखाई देती है।
इंदौर के आसमान में उड़ान भरने की यह धीमी होती रफ्तार सवाल जरूर छोड़ती है—यात्रियों का धैर्य और अपेक्षाएं कब फिर से उसी ऊंचाई पर लौटेंगी? हवाईअड्डे पर उम्मीदें हर बोर्डिंग घोषणाओं के साथ जागती हैं और हर रद्द उड़ान के साथ फिर ठहर जाती हैं।


