सीजी भास्कर, 19 दिसंबर। रायगढ़ जिले के विद्युत उपभोक्ताओं के लिए बड़ी खुशखबरी आई है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व और प्रदेश के वित्त मंत्री एवं रायगढ़ विधायक ओपी चौधरी के प्रयासों से जिले में पावर कंपनी का नया शहर संभाग (New Power Division) और धरमजयगढ़ में नया विद्युत संभाग स्थापित करने की मंजूरी मिल गई है। आदेश जारी होने के साथ ही रायगढ़ जिले की बिजली व्यवस्थाओं में ऐतिहासिक बदलाव की शुरुआत होने जा रही है। इससे शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में बिजली सप्लाई अधिक सुदृढ़, सुरक्षित और उपभोक्ता-हितैषी बनेगी।
छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत मंडल रायगढ़ के अधीक्षण अभियंता गुंजन शर्मा ने बताया कि रायगढ़ शहर में विद्युत उपभोक्ताओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। वर्तमान में शहर में करीब 54 हजार निम्नदाब उपभोक्ता और 56 उच्चदाब उपभोक्ता जुड़े हुए हैं। इसके अलावा 33/11 केवी के 17 उपकेंद्र, 1521 ट्रांसफार्मर और 232 किलोमीटर 11 केवी लाइन संचालित हैं। इतनी विशाल व्यवस्था अब तक केवल दो जोन कार्यालयों से संचालित हो रही थी, जिसके कारण नेटवर्क पर भार बढ़ता जा रहा था और उपभोक्ता शिकायतों के समाधान में देर होती थी।
इस समस्या को समझते हुए वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने रायगढ़ में नया शहर संभाग (New Power Division) गठित कराने की पहल की। आदेश के अनुसार अब शहर में दो के स्थान पर चार जोन बनाए जाएंगे। इससे क्षेत्रों का दायरा छोटा होगा, नियंत्रण बढ़ेगा और उपभोक्ताओं की बिजली समस्याओं का त्वरित निराकरण हो सकेगा। संसाधनों के विस्तार और निगरानी व्यवस्था से कार्यप्रणाली अधिक प्रभावी और पारदर्शी बनेगी।
इसी तरह वनांचल और औद्योगिक विकास की संभावनाओं से भरे धरमजयगढ़ में भी नया संभाग शुरू कर दिया गया है। अभी तक धरमजयगढ़, घरघोड़ा, लैलूंगा, तमनार, कापू, हाटी सहित आसपास के क्षेत्रों का प्रशासनिक संचालन रायगढ़ से होता था, जिससे उपभोक्ताओं को छोटे कार्यों के लिए भी शहर आना पड़ता था। नए संभाग की स्थापना के बाद अब आवागमन का खर्च और समय बचेगा, साथ ही स्थानीय उपभोक्ताओं की समस्याओं का निपटारा वहीं पर किया जा सकेगा। यह निर्णय धरमजयगढ़ क्षेत्र के लिए विकास को नई दिशा देगा और उपभोक्ताओं के लिए बड़ी राहत साबित होगा।
रायगढ़ और धरमजयगढ़ में नए विद्युत संभाग (New Power Division) की स्थापना से बिजली सेवा वितरण में गति आएगी, उद्योगों को बेहतर सहयोग मिलेगा और जनता की जरूरी बिजली आवश्यकताओं का समाधान पहले से अधिक तेज़ी और दक्षता से होगा। यह कदम जिले के विकास की नई पहचान बनने की दिशा में बड़ा मील का पत्थर है।


