सीजी भास्कर, 20 दिसंबर। सारंगढ़ स्थित गुरु घासीदास ज्ञान स्थली, पुष्पवाटिका में आयोजित तीन दिवसीय रजत जयंती समारोह के समापन अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि बाबा गुरु घासीदास का जीवन-दर्शन और “मनखे-मनखे एक समान” का संदेश संपूर्ण मानवता के लिए मार्गदर्शक है।
समारोह (Guru Ghasidas Jayanti) के समापन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए मुख्यमंत्री ने जैतखाम में पूजा-अर्चना कर छत्तीसगढ़ की सुख-शांति और समृद्धि की कामना की। उन्होंने कहा कि बाबा का संदेश सामाजिक समानता, मानवीय गरिमा और भाईचारे का सुदृढ़ आधार है, जो आज के विकसित होते छत्तीसगढ़ की आत्मा बन चुका है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इतिहास के कठिन समय में, जब समाज छुआछूत, भेदभाव और रूढ़ियों के बोझ से दबा था, तब बाबा गुरु घासीदास (Guru Ghasidas Jayanti) ने सत्य-अहिंसा और समानता का मार्ग दिखाकर समाज को नई दिशा दी।
इस विचारधारा को आगे बढ़ाते हुए राज्य सरकार समाज के अंतिम व्यक्ति तक विकास और न्याय पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में बीते दो वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विभिन्न योजनाओं और गारंटियों को धरातल पर लागू कर मजबूत परिणाम दिए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने धान खरीदी को सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता बताते हुए कहा कि पिछले दो वर्षों में धान का रकबा और किसानों की संख्या में हुई वृद्धि यह प्रमाण है कि किसान नीतियों पर विश्वास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक पात्र किसान से धान खरीदी सुनिश्चित की जाएगी। इसके साथ ही महतारी वंदन योजना के माध्यम से लगभग 70 लाख महिलाओं को आर्थिक सहायता मिल रही है, जिससे उनके सशक्तिकरण को नई गति मिली है।
उन्होंने युवाओं के भविष्य पर जोर देते हुए कहा कि पीएससी भर्ती प्रक्रिया में पूर्ण पारदर्शिता सुनिश्चित की जा रही है, ताकि योग्य युवाओं को अवसर मिल सके। साथ ही नई औद्योगिक नीति से राज्य में रोजगार और उद्यमिता की नई संभावनाएँ खुली हैं। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से बाबा के विचारों को आत्मसात कर समरस और विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण में सहभागी बनने का आह्वान किया, ताकि समाज में समानता और मानवता का विचार (Guru Ghasidas Jayanti) की भावना के अनुरूप आगे बढ़ सके।
इस अवसर पर अनुसूचित जाति विकास मंत्री गुरु खुशवंत साहेब ने कहा कि “मनखे-मनखे एक समान” का विचार छत्तीसगढ़ी समाज की आत्मा है। उन्होंने गिरौदपुरी व भंडारपुरी धाम में हुए और जारी विकास कार्यों की जानकारी दी। समारोह में बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, अधिकारी, सामाजिक पदाधिकारी एवं श्रद्धालुगण उपस्थित रहे।


