सीजी भास्कर, 25 सितंबर। विश्व प्रसिद्ध भगवान वेंकटेश्वर मंदिर के प्रसाद में जानवरों की चर्बी की मिलावट की खबरें सामने आने के बाद अब छत्तीसगढ़ के मंदिरों में भी बंटने वाले प्रसाद की जांच की मांग उठने लगी है । इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिलान्तर्गत प्रमुख मंदिरों में शामिल डोंगरगढ़ के बम्लेश्वरी मंदिर के प्रसाद की जांच होगी। खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग की तरफ से ये जानकारी मिली है. विभाग ने कहा की आने वाले समय में प्रदेश के प्रमुख मंदिरों में बंटने वाले प्रसाद की भी जांच की जाएगी। आने वाले नवरात्र पर्व को देखते हुए बम्लेश्वरी मंदिर ट्रस्ट से बात कर वहां बंटने वाले प्रसाद का सेंपल लिया जा रहा है।
राजनांदगांव जिला खाद्य एवं सुरक्षा अधिकारी डोमेन्द्र ध्रुव ने बताया कि धार्मिक स्थलों में प्रसाद को लेकर कई खबरें सामने आ रही है, जिसके बाद खाद्य सुरक्षा टीम अलर्ट मोड पर है। इसके लिए बम्लेश्वरी मंदिर ट्रस्ट के साथ बात की जा रही है। प्रसाद का सेंपल टेस्ट के लिए भेजा जाएगा। प्रसाद किस खाद्य सामग्री से बनाया जा रहा है, ये देखा जाएगा।
राजनांदगांव के इन मंदिरों के प्रसाद की जांच: खाद्य सुरक्षा अधिकारी के मुताबिक बम्लेश्वरी मंदिर के अलावा राजनांदगांव स्थित मां पाताल भैरवी मंदिर, श्रृंगारपुर स्थित बालाजी मंदिर समेत प्रमुख मंदिरों से प्रसाद का सैंपल लिया जाएगा. इसके लिए सभी मंदिर ट्रस्ट से बात चल रही है. आने वाले समय में प्रसाद की जांच की जाएगी।
आंध्र प्रदेश के विश्व प्रसिद्ध तिरुपति मंदिर में भक्तों को दिए जाने वाले लड्डू में कथित तौर पर मिलावटी घी के इस्तेमाल का आरोप लगा है। तिरुपति लड्डू में मिलावट के बाद देशभर में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया। इन आरोपों के बाद स्वास्थ्य मंत्रालय ने घी सप्लायर को नोटिस जारी किया है। सोमवार को तिरुपति में शुद्धिकरण के लिए महा शांति होम किया गया।