सीजी भास्कर, 06 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर में काम कर रही हिंडालको कंपनी पर युवाओं ने छलावा करने का आरोप लगाया है। इस मामले को लेकर पीड़ित युवाओंं ने SDM को ज्ञापन सौंपकर अपना दर्द सुनाया। खबर लिखे जाने तक इस मामले में कंपनी की तरफ से कोई बयान नहीं आया है।
आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ के बलरामपुर रामानुजगंज जिले में हिंडालको माइन्स कंपनी पर बेरोजगार युवाओं के साथ छलावा किया जा रहा है, ऐसे आरोप लग रहे हैं। पीड़ितों ने बताया कि कंपनी ने रोजगार देने का एग्रीमेंट कर युवाओं को काम पर रखा फिर कुछ दिन बाद निकाल दिया। विरोध करने पर कहा फिर से काम पर रखेंगे, पर अब कुछ भी कहने से बच रहा है। कंपनी के इस मनमाने रवैये से बेरोजगार युवा काफी नाराज हैं। उन्होंने रोजगार की मांग को लेकर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है और जल्द से जल्द कार्रवाई करने की मांग की है।
गौरतलब हो कि जिले के कुसमी ब्लाक के सामरी पाठ क्षेत्र में हिंडालको माइंस कंपनी संचालित है। कंपनी लोगों की जमीन लीज पर लेकर बॉक्साइट का खनन कर रही है। जब कंपनी शुरू हुई थी तो स्थानीय लोगों ने कंपनी का विरोध किया था लेकिन तब कंपनी ने लोगों से समझौता करते हुए कहा था कि माइंस के काम में कम से कम मशीनरी उपकरणों का इस्तेमाल किया जाएगा। लोगों ने बताया कि कंपनी ने कहा था कि ज्यादा से ज्यादा स्थानीय लोगों को रोजगार दिया जाएगा लेकिन कंपनी अपनी कही हुई बातों से मुकर गई। सामरी पाठ क्षेत्र के सैकड़ों बेरोजगार युवाओं ने आरोप लगाते हुए कहा है कि रोजगार को लेकर दर्जनों बार ज्ञापन सौंप चुके हैं, पर कोई पहल नहीं हो रही है। इस बार भी कुसमी एसडीएम कार्यालय पहुंचकर उन्होंने एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है।
युवाओं का आरोप है कि कंपनी के GM ने हिंडालको माइंस कंपनी में संविदा कंपनी जीएनसी और बीकेबी के द्वारा 19 -19 बेरोजगार युवाओं को काम देने के लिए अपने लेटर पैड में लिखा था। सभी युवाओं से 15-15 दिन पत्थर तोड़ने का काम भी करवाया गया, इसके बाद उन्हें काम से निकाल दिया फिर युवाओं ने कंपनी का विरोध किया था। अब बेरोजगार युवाओं ने कुसमी एसडीएम को ज्ञापन सौंपते हुए पांच दिनों के अंदर उनकी मांगों पर पहल करने की बात कही है। अगर उनकी मांगों को फिर से अनदेखा किया गया तो बेरोजगारों ने अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि आंदोलन करेंगे। साथ ही कंपनी कार्यालय का घेराव करते हुए धरना प्रदर्शन करने की बात भी कही है।