17 मार्च 2025 :
छत्तीसगढ़ में 12 साल बाद 5वीं और 8वीं की बोर्ड जैसी केन्द्रीकृत परीक्षा की शुरूआत आज से हुई है ।अब तक हुई बोर्ड परीक्षाओं से ये काफी अलग रही।
क्योंकि इस बार परीक्षा के पैटर्न में बड़ा बदलाव किया गया है, जिसके तहत छात्रों को अपने ही स्कूल में एग्जाम देने की सुविधा दी गई, जबकि परीक्षा केंद्रों पर निरीक्षण और संचालन की जिम्मेदारी बदल गई।
वहीं कोर्ट के आदेश के बाद गर्वमेंट स्कूल के ही ज्यादातर छात्र ये परीक्षा दे रहे है जबकि निजी स्कूल अपनी मर्जी से परीक्षा में शामिल हो रहे हैं या फिर पहले की तरह होम एग्जाम ही लेंगे।
पहली बार शिक्षक बदले, छात्र नहीं
इससे पहले सत्र 2011-12 तक छात्रों को अपने ही स्कूल में परीक्षा देने की अनुमति नहीं थी, बल्कि उन्हें अन्य स्कूलों में परीक्षा केंद्र आवंटित किए जाते थे।
लेकिन इस बार छात्रों को अपने स्कूल में ही परीक्षा देने का मौका मिला, जबकि केंद्राध्यक्षों की नियुक्ति निकटतम विद्यालयों के प्रधान पाठकों, प्रभारी प्रधान पाठकों या वरिष्ठ शिक्षकों में से की गई।
गणित के पेपर से हुई परीक्षा की शुरुआत
5वीं और 8वीं बोर्ड परीक्षा की शुरुआत गणित विषय से हुई। परीक्षा को लेकर छात्रों और शिक्षकों में उत्साह देखा गया। रायपुर जिले में 5वीं के लिए 755 और 8वीं के लिए 491 परीक्षा केंद्र बनाए गए है।
शासकीय स्कूलों के छात्रों ने दी परीक्षा, कुछ निजी स्कूल भी हुए शामिल
प्रदेशभर में 5वीं के 19,567 और 8वीं के 23,666 छात्र परीक्षा में शामिल हुए। इस साल न्यायालय के आदेश के बाद केवल शासकीय विद्यालयों के लिए केंद्रीकृत परीक्षा अनिवार्य की गई है। हालांकि, जो निजी स्कूल स्वेच्छा से परीक्षा में शामिल होना चाहते थे, उन्हें अनुमति दी गई।
निजी स्कूलों में सरस्वती शिशु मंदिर समेत कई अन्य स्कूलों में भी इस केन्द्रीयकृत परीक्षा में शामिल होने को लेकर अपनी सहमति दी है। यहां के छात्रों ने भी आज पहला पेपर दिया।
क्या रही परीक्षा व्यवस्था:
परीक्षा का संचालन शांतिपूर्ण ढंग से हुआ।
केंद्राध्यक्षों की नियुक्ति के चलते परीक्षा प्रक्रिया सुचारू रूप से संपन्न हुई।
शासकीय स्कूलों के साथ ही कुछ निजी स्कूलों ने भी परीक्षा में भाग लिया।