सीजी भास्कर 9 अप्रैल क्रिकेटर मोहम्मद शमी की बहन की सास गुले आयशा उत्तर प्रदेश के अमरोहा के पलौला गांव की ग्राम प्रधान हैं. हाल के दिनों में उनपर गंभीर आरोप लगे हैं. घर के परिवार के सदस्यों के नाम से जॉब कार्ड बनवाकर मजदूरी हड़पने का आरोप लगा था. इस बीच, गुले आयशा अब राशन कार्ड मामले में भी फंस गई हैं. डीएम ने इनके खिलाफ जांच के आदेश दे दिए हैं.ग्राम प्रधान गुले आयशा के परिवार के आठ लोगों समेत कुल 18 लोगों की ओर से मनरेगा में फर्जीवाड़ा कर मजदूरी लिए जाने का मामला सामने आया था.
जब इस मामले ने तूल पकड़ा तो सरकार ने रिपोर्ट तलब की. जिले की डीएम निधि गुप्ता वत्स ने जांच के आदेश दे दिए थे. इसके बाद परियोजना निदेशक अमरेंद्र प्रताप सिंह ने पूरे मामले की जांच की. फिर ग्राम प्रधान को कुल 8.68 लाख रुपये विभाग को वापस करना पड़ा था.बीडीओ सहित कर्मचारियों पर गिरी गाजमनरेगा मामले में दोषी बीडीओ, सचिव सहित अन्य कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था. वहीं, इसी मामले में तीन पंचायत सचिव और एक एपीओ सहित 8 अफसरों और कर्मचारियों को भी सस्पेंड कर दिया है. गुले आयशा पर आरोप था कि उन्होंने अपने परिवार के अधिकतर सदस्यों को फर्जीवाड़ा कर मनरेगा मजदूर बनाया. इसके बाद मजदूरी के लाखों रुपये फर्जी तरीके से बैंक खातों में ट्रांसफर कर लिए. जिन मनरेगा मजदूरों के नाम पर ये फर्जीवाड़ा हुआ, उनमें मोहम्मद शमी की बहन शबीना और जीजा गजनवी भी शामिल हैं.
राशन कार्ड में फर्जीवाड़ाइस बीच, गुले आयशा पर एक और फर्जीवाड़े का आऱोप लगा है. पता चला है कि प्रधान होते हुए गुले आयशा एक बीपीएल कार्डधारक हैं. उन्होंने इसकी मदद से राशन कार्ड बनवाया है, जिसमें कुल चार यूनिट दर्ज हैं. यह मामला डीएम तक पहुंचा तो उन्होंने इसकी जांच सीडीओ को सौंप दी. अब अधिकारी यह पता लगा रहे हैं कि प्रधान ने राशन कार्ड बनवाकर कितनी खाद्य सामग्री ली है.