सीजी भास्कर, 5 नवंबर। हरियाणा और उत्तर प्रदेश की हवा अक्टूबर में सबसे ज्यादा जहरीली (Air Pollution Report India) रही। सेंटर फॉर रिसर्च ऑन एनर्जी एंड क्लीन एयर (CREA) की नई मासिक वायु गुणवत्ता रिपोर्ट के अनुसार, धारूहेड़ा (Haryana) अक्टूबर माह में देश का सबसे प्रदूषित शहर (most polluted city) रहा, जबकि रोहतक दूसरे स्थान पर रहा। धारूहेड़ा में औसत PM 2.5 सांद्रता 123 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज की गई, जो राष्ट्रीय वायु गुणवत्ता मानक से कई गुना अधिक है। इस रिपोर्ट में बताया गया कि दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) क्षेत्र के अधिकांश शहर अक्टूबर में खतरनाक प्रदूषण स्तर पर पहुंच गए।
दिल्ली छठे स्थान पर, हवा में तीन गुना ज्यादा प्रदूषण
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली देश का छठा सबसे प्रदूषित शहर रही, जहां औसत PM 2.5 सांद्रता 107 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज की गई जो सितंबर की तुलना में तीन गुना अधिक है। रिपोर्ट के अनुसार, सिंधु-गंगा के मैदानी इलाकों (Air Pollution Report India) विशेष रूप से एनसीआर में वायु गुणवत्ता सबसे खराब रही। शीर्ष 10 प्रदूषित शहरों (top 10 polluted cities) में उत्तर प्रदेश और हरियाणा के चार-चार शहर शामिल हैं गाजियाबाद, नोएडा, हापुड़, ग्रेटर नोएडा (UP) और धारूहेड़ा, रोहतक, बल्लभगढ़, गुरुग्राम (Haryana)। सभी शहर एनसीआर क्षेत्र में स्थित हैं।
धारूहेड़ा में 2 ‘गंभीर’ और 9 ‘बहुत खराब’ दिन दर्ज
रिपोर्ट के मुताबिक, धारूहेड़ा में अक्टूबर माह के दौरान दो दिन वायु गुणवत्ता (Air Pollution Report India) ‘गंभीर (Severe)’ और नौ दिन ‘बहुत खराब (Very Poor)’ श्रेणी में रही। 77 प्रतिशत दिनों में प्रदूषण स्तर राष्ट्रीय मानक (National Ambient Air Quality Standard) से ऊपर था। सीआरईए ने चेतावनी दी है कि यह ट्रेंड आने वाले महीनों में और बढ़ सकता है, क्योंकि सर्दियों के दौरान वायु प्रदूषण और घना होता है।
‘अच्छी’ वायु गुणवत्ता वाले शहरों की संख्या घटी
अक्टूबर में ‘अच्छी वायु गुणवत्ता’ (Good AQI: 0-30 µg/m³) वाले शहरों की संख्या सितंबर के 179 से घटकर सिर्फ 68 रह गई। ‘संतोषजनक’ श्रेणी (31-60 µg/m³) वाले शहरों की संख्या 52 से बढ़कर 144 हुई, जबकि ‘मध्यम’ श्रेणी (61-90 µg/m³) के शहर 4 से बढ़कर 27 हो गए। ‘खराब’ (91-120 µg/m³) श्रेणी में नौ शहर और ‘बहुत खराब’ (121-250 µg/m³) श्रेणी में एक शहर शामिल रहा।
स्वच्छ शहरों में कर्नाटक के चार शहर शामिल
अक्टूबर में मेघालय का शिलांग (Shillong) भारत का सबसे स्वच्छ शहर रहा, जहां औसत PM 2.5 सांद्रता सिर्फ 10 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर थी। शीर्ष 10 स्वच्छ शहरों की सूची में कर्नाटक के चार, तमिलनाडु के तीन, और मेघालय, सिक्किम व छत्तीसगढ़ के एक-एक शहर शामिल थे। रिपोर्ट में कहा गया है कि दक्षिण भारत के पर्वतीय और तटीय शहरों में हवा की गुणवत्ता उत्तर भारत की तुलना में कहीं बेहतर है।
