सीजी भास्कर 1 जुलाई देश और विदेश से टूरिस्ट बड़ी संख्या में गोवा के तटों की खूबसूरती का आनंद लेने आते हैं. महंगी होती हवाई टिकट के कारण इसका असर गोवा के टूरिज्म पर पड़ रहा है. गोवा में टूरिस्टों के आने के पीक सीजन के दौरान हवाई किरायों को सुलभ बनाने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत केंद्र सरकार को लेटर लिखेंगे.
टूरिस्टों के आने के पीक सीजन में घरेलू उड़ानों के टिकट अंतरराष्ट्रीय यात्राओं से भी ज्यादा महंगे हो जाते हैं. लोगों के लिए टिकट विदेशी यात्रा से भी महंगे होने लगते हैं. गोवा का हवाई किराया पीक सीजन के अंदर वियतनाम और श्रीलंका से भी महंगा हो जाता है. जिसका सीधा असर प्रदेश के पर्यटन पर पड़ रहा है.हालांकि ऑफ सीजन के दौरान भी गोवा के होटल पर्यटकों से भरे हए हैं. अभी भी टूरिस्ट यहां आ रहे हैं. गोवा में पर्यटन उद्योग बढ़ रहा है. बरसात के मौसम में गोवा की खूबसूरती का आनंद उठाने के लिए पर्यटक देश-विदेश से पहुंच रहे हैं. फिलहाल, गोवा के अधिकतर होटलों में 80 से 90 प्रतिशत तक बुकिंग हो चुकी है. गोवा सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए विलाओं का रजिस्ट्रेशन किया है.
गोवा में विला का पंजीकरण अब पहले से कहीं ज्यादा आसान हुआ है.सिंगल विंडो सिस्टम के जरिए होगा रजिस्ट्रेशनपहले जहां पर्यटन के लिए विला का उपयोग करने पर 20 तरह की अनुमतियां लेनी पड़ती थीं, अब सिर्फ 5 अनुमतियां ही काफी हेगी. सरकार ने सिंगल विंडो सिस्टम के जरिए पंजीकरण को आसान कर दिया है. अब होटल, रिसॉर्ट या विला, इन सभी का रजिस्ट्रेशन सरकारी वेबसाइट पर सीधे तौर पर किया जा सकता है. महिला पर्यटकों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी गई है. ‘पिंक फोर्स’ की महिला अधिकारी पिंक वर्दी में सिर्फ पांच मिनट में सहायता के लिए मौके पर पहुंच जाती हैं.
पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए AI तकनीक का इस्तेमालअन्य राज्यों से कैंपिंग और खाना पकाने का सामान लेकर आने वाले पर्यटकों को प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई. राज्य की सीमा पार करने से इन्हें रोक दिया गया. कचरा के निपटारे के लिए 400 करोड़ रुपये की राशि निर्धारित की गई है. डांस बारों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है. राज्य में छह समुद्री कैसीनो चलती हैं और बाकी की फाइव स्टार होटलों में हैं, जहां केवल मशीनी खेलों की ही इजाजत दी गई है. गोवा सरकार ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए AI तकनीक का इस्तेमाल भी कर रही है.