बांग्लादेश , 20 मार्च 2025 :
बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रही हिंसा पर अमेरिकी खुफिया प्रमुख तुलसी गबार्ड की टिप्पणी के बाद व्हाइट हाउस ने बुधवार को अंतरिम सरकार द्वारा सभी की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए कदमों का स्वागत किया. व्हाइट हाउस ने कहा कि अमेरिका एशियाई देश की अंतरिम सरकार द्वारा सुरक्षा उपायों को लागू करने के प्रयासों का समर्थन करता है.
अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा, “अमेरिका किसी भी देश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ होने वाली हिंसा या असहिष्णुता की घटनाओं की कड़ी निंदा करता है.”
‘रख रहे हैं नजर’
उन्होंने कहा, “हम किसी भी देश में अल्पसंख्यक समुदायों के खिलाफ हिंसा या असहिष्णुता की घटनाओं की निंदा करते हैं और बांग्लादेश में सभी की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अंतरिम सरकार द्वारा उठाए गए कदमों का स्वागत करते हैं. हम इस स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और उम्मीद करते हैं कि ये प्रयास जारी रहेंगे.”
हाल ही में तुलसी गबार्ड द्वारा एक भारतीय टीवी चैनल को दिए गए बयान को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. अपने बयान में गबार्ड ने दावा किया था कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा और इस्लामी आतंकवादियों का खतरा एक इस्लामवादी खिलाफत के शासन की विचारधारा और उद्देश्य से जुड़ा हुआ है.
‘हाल में ही शुरू हुई बातचीत’
उन्होंने आगे कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के बीच बातचीत अभी शुरुआती दौर में है, लेकिन इस्लामी आतंकवाद का मुद्दा अब भी गंभीर चिंता का विषय बना हुआ है. बांग्लादेश सरकार ने गबार्ड की इस टिप्पणी की कड़ी आलोचना करते हुए इसे देश की प्रतिष्ठा को धूमिल करने वाला और भ्रामक बताया.
बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार कार्यालय ने एक बयान जारी कर कहा, “गबार्ड के बयान से पूरे देश की छवि को नुकसान पहुंचा है. यह बयान भ्रामक है और बांग्लादेश की छवि तथा प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाता है, क्योंकि हमारा देश पारंपरिक रूप से समावेशी और शांतिपूर्ण इस्लामिक प्रथाओं का पालन करता आया है तथा उग्रवाद और आतंकवाद के खिलाफ उल्लेखनीय प्रगति हासिल की है.”