सीजी भास्कर, 20 अगस्त। एक परिवार के चार लोगों की अचानक तबीयत बिगड़ गई, जिसमें एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई।
दरअसल, खाना बनाते समय बंदर के हाथ से गिरी कीटनाशक दवा कढ़ी में मिल गई थी।
परिवार के लोगों को इसकी भनक तक नहीं लगी और सबने खाना खा लिया।
मामला कौशांबी उत्तर प्रदेश का है।
कैसे हुआ हादसा?
यह घटना महेवाघाट थाना क्षेत्र के लौगावां गांव की है। यहां किसान दिनेश कुमार (50) अपने परिवार के साथ रहते हैं। उनके घर में पत्नी माया देवी (45), बुजुर्ग मां कमला देवी (75) और छोटा भाई भी साथ रहते हैं।
सोमवार को जब माया देवी घर के बरामदे में खाना बना रही थीं, तभी एक बंदर मुंडेर पर आकर बैठ गया। उसके हाथ में कीटनाशक दवा की पुड़िया थी। जैसे ही माया उसे भगाने गईं, बंदर के हाथ से वह पुड़िया कढ़ी में गिर गई।
खाने में आई पेट्रोल जैसी बदबू
माया देवी ने पुड़िया पर ध्यान नहीं दिया और कढ़ी पकाती रहीं।
जब सभी लोग खाने बैठे तो दिनेश कुमार को कढ़ी से पेट्रोल जैसी गंध आने लगी।
शुरुआत में उन्होंने सोचा कि बदबू पास में खड़ी बाइक से आ रही होगी, लेकिन जैसे-जैसे बदबू बढ़ी तो शक गहराया।
तब समझ आया सच
जब दिनेश ने पत्नी से पूछा तो माया ने बंदर के आने और पुड़िया गिरने की बात बताई।
तभी जाकर दिनेश ने खाना बनाने वाली जगह देखा, जहां कीटनाशक दवा की पुड़िया पड़ी हुई थी।
इसके बाद समझ आया कि खाना जहरीला हो चुका है। लेकिन तब तक पूरा परिवार कढ़ी खा चुका था।
मां की मौत, बाकी का इलाज जारी
खाने के कुछ देर बाद ही घर के सभी सदस्य उल्टियां करने लगे और उनकी हालत बिगड़ गई।
आनन-फानन में पड़ोसियों की मदद से सभी को अस्पताल ले जाया गया। इलाज के दौरान बुजुर्ग कमला देवी की मौत हो गई, जबकि बाकी सदस्यों की हालत अब स्थिर बताई जा रही है।
गांव में इस हादसे के बाद मातम का माहौल है।