सीजी भास्कर, 16 अक्टूबर। खनिज निधि (DMF) में हुए घोटाले में ED द्वारा की गयी गिरफ़्तारी पर प्रतिक्रिया देते हुए अमित जोगी ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य के कोरबा, दंतेवाड़ा, जांजगीर चांपा, बलौदा बाज़ार और रायगढ़ में जिला खनिज निधि (DMF) में लगभग ₹ 50000 करोड़ की बंदरबांट और घोटाले की सबसे पहले जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) ने 8 जून 2021 को प्रधान मंत्री जी और 1 जून 2023 को ED को लिखित में दस्तावेजी प्रमाण के साथ शिकायत की थी। मुझे खुशी है आज इस मामले में ED ने पहली गिरफ्तारी की है।
अमित जोगी ने कहा किंतु कोयला, शराब और महादेव जैसे अन्य मामलों की तरह केवल चंद अफ़सरों और बाबुओं तक सीमित न रहे बल्कि असली मास्टर-माइंड को भी न्याय के कटघरे में जल्द से जल्द पहुँचाये, तभी जनता का हमारी जाँच-एजेंसियों के प्रति भरोसा बरक़रार रहेगा अन्यथा लोगों को ऐसा लगेगा कि मठाधीशों को बचाने में मक्खियों की बलि दी जा रही है।
गौरतलब हो कि छत्तीसगढ़ के DMF घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने माया वारियर को गिरफ्तार कर लिया है। कोरबा में माया आदिवासी विकास विभाग में असिस्टेंट कमिश्नर पद पर रह चुकी हैं। ED ने उन्हें कोर्ट में पेश किया और 23 अक्टूबर तक रिमांड पर लिया है। DMF घोटाले में यह पहली गिरफ्तारी है। ED ने मंगलवार को माया वारियर को पूछताछ के लिए बुलाया था फिर उन्हें गिरफ्तार भी कर लिया गया है।