सीजी भास्कर 10 जून भारत के दिग्गज स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने हाल ही में तमिलनाडु प्रीमियर लीग (टीएनपीएल) 2025 के एक मैच में अपना आपा खो दिया था, जिसके कारण उन्हें भारी कीमत चुकानी पड़ी. दिंडिगुल ड्रेगन्स की कप्तानी कर रहे अश्विन को एक विवादीत फैसले के बाद मैदान पर अपने भावनाओं पर काबू न रख पाने की वजह से सजा सुनाई गई है. ये घटना आईड्रीम तिरुप्पुर तमिजियंस के खिलाफ खेले गए एक मुकाबले के दौरान घटी थी
.महिला अंपायर से भिड़ना अश्विन को पड़ा भारीमामला तब शुरू हुआ जब अश्विन को पांचवें ओवर में आईड्रीम तिरुपुर तमिजहंस के खिलाफ एक एलबीडब्ल्यू निर्णय के तहत आउट करार दिया गया. यह फैसला बाएं हाथ के स्पिनर आर साई किशोर की गेंद पर हुआ, जब अश्विन ने एक स्वीप शॉट खेलने की कोशिश की लेकिन गेंद उनके पैड से टकरा गई. अंपायर ने इसे आउट माना, हालांकि रिप्ले में साफ दिखा कि गेंद लेग स्टंप के बाहर पिच हुई थी, जो एलबीडब्ल्यू के लिए वैलिड नहीं मानी जाती. वहीं, अश्विन की टीम ने पहले ही दोनों डीआरएस रिव्यू गंवा दिए थे, जिससे वे इस फैसले को चुनौती नहीं दे सके.अंपायर के फैसले से नाराज अश्विन ने तुरंत मैदान पर आपत्ति जताई और अंपायर के साथ बहस शुरू कर दी।.उनकी नाराजगी इतनी बढ़ गई कि वे अपने पैड पर बल्ले से जोरदार प्रहार करने लगे और डगआउट पहुंचकर अपने ग्लव्स को नाराजगी में फेंक दिया.
यह दृश्य स्टेडियम में मौजूद फैंस और सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया. अश्विन की यह प्रतिक्रिया उनके लंबे करियर में दुर्लभ मानी जा रही है, जहां वे आमतौर पर शांत और रणनीतिक खिलाड़ी के रूप में जाने जाते हैं.अश्विन पर लगाया गया जुर्मानामैच के बाद आयोजित एक सुनवाई में मैच रेफरी ने अश्विन के व्यवहार की जांच की. उन्हें 10 फीसदी मैच फीस का जुर्माना अंपायर के फैसले पर आपत्ति जताने और 20 फीसदी जुर्माना क्रिकेट उपकरणों के दुरुपयोग के लिए लगाया गया.
कुल मिलाकर 30 फीसदी की कटौती ने यह साफ कर दिया कि लीग में अनुशासन को लेकर सख्ती बरती जा रही है. टीएनपीएल के एक अधिकारी ने क्रिकबज को बताया, ‘मैच के बाद मैच रेफरी ने सुनवाई की. अंपायरों के प्रति असहमति दिखाने के लिए अश्विन पर 10 प्रतिशत और उपकरणों के दुरुपयोग के लिए 20 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया. उन्होंने जुर्माना स्वीकार कर लिया है.’