नई दिल्ली। भारत एक बार फिर अंतरिक्ष की ओर ऐतिहासिक कदम बढ़ाने जा रहा है। भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला अब अंतरिक्ष की यात्रा पर निकलने के लिए तैयार हैं। वे Axiom-4 मिशन के तहत 25 जून को स्पेसएक्स (SpaceX) के ड्रैगन कैप्सूल से भारतीय समयानुसार दोपहर 12:01 बजे अंतरिक्ष के लिए रवाना होंगे।
40 साल बाद भारतीय वायुसेना अफसर अंतरिक्ष में
1984 में राकेश शर्मा के बाद यह पहला मौका है जब भारतीय वायुसेना का कोई अधिकारी अंतरिक्ष में जाएगा। ग्रुप कैप्टन शुक्ला इस मिशन में पायलट की भूमिका निभाएंगे।
Axiom-4 Mission Highlights:
चार देशों के अंतरिक्ष यात्री
- इस मिशन में भारत, अमेरिका, हंगरी और पोलैंड के एस्ट्रोनॉट शामिल हैं।
- मिशन की कमांड अमेरिका की अनुभवी अंतरिक्ष यात्री पेगी व्हिटसन के हाथों में होगी।
550 करोड़ रुपये में बुक हुई सीट
- भारत सरकार ने 550 करोड़ रुपये में शुभांशु शुक्ला की सीट आरक्षित की है।
- यह मिशन दो सप्ताह का है, जिसमें कुल 60 वैज्ञानिक प्रयोग किए जाएंगे।
- इनमें से 7 प्रयोग भारत के होंगे, जो इस मिशन को भारतीय दृष्टिकोण से और भी महत्वपूर्ण बनाते हैं।
लॉन्चिंग में देरी का इतिहास
Axiom-4 मिशन को अब तक छह बार टाला गया है:
- 29 मई: पहली प्रस्तावित तारीख, लेकिन मौसम खराब होने से टली।
- 8 जून: अगली तारीख, लेकिन फिर तकनीकी खराबी आई।
- फाल्कन-9 के बूस्टर में लिक्विड ऑक्सीजन लीक के कारण तारीखें आगे बढ़ती गईं।
- अब 25 जून को सुबह 2:31 EDT (12:01 PM IST) को फाइनल लॉन्चिंग तय की गई है।
क्या है Axiom-4 मिशन?
Axiom-4 एक निजी अंतरिक्ष मिशन है, जिसे तीन संस्थाएं मिलकर चला रही हैं:
- Axiom Space
- NASA
- SpaceX
इसका उद्देश्य है – वाणिज्यिक स्तर पर अंतरिक्ष अनुसंधान और प्रशिक्षण को बढ़ावा देना। अंतरिक्ष यात्री अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर 14 दिन रुककर शारीरिक, जैविक और भौतिक विज्ञान से जुड़े प्रयोग करेंगे।
आकाश गंगा की ओर भारत का अगला कदम
भारत ने इस मिशन को “आकाश गंगा” नाम दिया है। शुभांशु शुक्ला अभी फ्लाइट से पहले क्वारंटीन में हैं और उन्हें मेडिकल क्लियरेंस भी मिल चुका है।
अगर सब कुछ योजना के अनुसार होता है तो 26 जून को वे ISS से जुड़ जाएंगे, जो भारतीय अंतरिक्ष इतिहास में एक नया अध्याय होगा।
लाइव संवाद भी होगा मिशन का हिस्सा
मिशन के दौरान शुभांशु शुक्ला भारत के स्कूली छात्रों और युवाओं के साथ एक लाइव संवाद भी करेंगे। इसे भारतीय युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत माना जा रहा है।