सीजी भास्कर, 31 अक्टूबर। तेलंगाना की सियासत में एक बार फिर हलचल मच गई है। भाजपा ने पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान और कांग्रेस नेता मोहम्मद अजहरुद्दीन (Azharuddin Minister Issue) को मंत्री बनाए जाने के प्रस्ताव पर तीखा विरोध जताया है। पार्टी ने राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर इसे आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन बताया है। भाजपा का कहना है कि यह कदम आगामी जुबली हिल्स विधानसभा उपचुनाव को प्रभावित करने की कोशिश है।
भाजपा के प्रदेश नेताओं ने कहा कि अजहरुद्दीन (Azharuddin Minister Issue) की संभावित मंत्री पद की शपथ से मतदाताओं के एक वर्ग को प्रभावित करने की मंशा स्पष्ट दिख रही है। ज्ञापन में पार्टी ने इसे “राजनीतिक रूप से प्रेरित निर्णय” बताते हुए मुख्य निर्वाचन अधिकारी से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है। हालांकि, यह भी स्पष्ट किया गया कि आदर्श आचार संहिता पूरे राज्य में लागू नहीं है, बल्कि केवल उपचुनाव वाले क्षेत्र में प्रभावी है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि अजहरुद्दीन शुक्रवार को तेलंगाना मंत्रिमंडल में मंत्री के रूप में शपथ ले सकते हैं (Political Controversy)। हालांकि, अभी तक न तो सरकार और न ही कांग्रेस पार्टी की ओर से इस पर कोई आधिकारिक बयान जारी किया गया है।
वहीं, राज्य के उपमुख्यमंत्री मल्लू भट्टी विक्रमार्क ने भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा कि पार्टी जानबूझकर राज्यपाल पर दबाव बना रही है ताकि अजहरुद्दीन को मंत्री पद की शपथ न दिलाई जाए। विक्रमार्क ने आरोप लगाया कि भाजपा और बीआरएस में मिलीभगत है और भाजपा यह सुनिश्चित करना चाहती है कि जुबली हिल्स उपचुनाव में बीआरएस को फायदा मिले (Political Controversy)। गौरतलब है कि अजहरुद्दीन ने 2023 में जुबली हिल्स से चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। अब उनके मंत्री पद की संभावना पर राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म है।
