मुंबई, महाराष्ट्र।
मुंबई क्राइम ब्रांच ने एक बड़े अंतरराष्ट्रीय रैकेट का पर्दाफाश किया है। इस मामले में मंजू शर्मा उर्फ़ अल्ताफ शेख को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के मुताबिक, यह गिरोह बांग्लादेशी नागरिकों को फर्जी दस्तावेज़ बनाकर भारत में बसाने का काम करता था।
फर्जी दस्तावेज़ और भारतीय पहचान
पूछताछ में अल्ताफ शेख ने बताया कि बांग्लादेशी नागरिक पहले पश्चिम बंगाल के एजेंटों के जरिए फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनवाते हैं। इसके आधार पर आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज तैयार कराए जाते हैं। दस्तावेज़ मिलने के बाद, ये लोग भारत के विभिन्न शहरों में छुपकर बस जाते हैं।
प्रेम जाल से हिंदू पुरुषों को शिकार
गिरोह की खास रणनीति में प्रेम जाल और विवाह भी शामिल है। अल्ताफ ने खुलासा किया कि महिला घुसपैठिए खासकर हिंदू पुरुषों को निशाना बनाती हैं, जबकि पुरुष घुसपैठिए हिंदू लड़कियों से शादी कर स्थायी रूप से देश में रहना चाहते हैं।
अल्ताफ शेख की खुद की कहानी:
- पश्चिम बंगाल के रास्ते भारत में घुसने के बाद फर्जी दस्तावेज तैयार कराए।
- मुंबई में पुरुषोत्तम प्रसाद शर्मा से मिली और शादी की।
- इसके बाद उसने मंजू शर्मा नाम से कई सालों तक भारत में रहकर फर्जी आधार कार्ड इस्तेमाल किया।
गिरफ्तारी और जांच
मुंबई क्राइम ब्रांच ने 3 अगस्त 2025 को अल्ताफ और उसके पति को गिरफ्तार किया। पुलिस का अनुमान है कि यह रैकेट केवल मुंबई तक सीमित नहीं है और इसके तार देश के अन्य राज्यों तक फैले हो सकते हैं।
पिछले तीन महीनों में, मुंबई पुलिस ने करीब 1000 बांग्लादेशी नागरिकों को देश से वापस भेजा है। जांच अभी जारी है और पुलिस को उम्मीद है कि इस गिरोह से जुड़े और भी नाम सामने आएंगे।