बरेली, 11 जून| Bareilly Monkey Killing : एक विचलित कर देने वाली घटना में बरेली शहर ने 24 घंटे के भीतर 11 बंदरों की क्रूर हत्या होते देखी। इनमें से 5 बंदरों को डंडों से इतना मारा गया कि उनके सिर की हड्डियां टूट गईं, जबकि 2 की मौत जहर से (Bareilly Monkey Killing)हुई। बाकी 4 बंदरों को चुपचाप मुहल्लेवालों ने दफना दिया, जिससे उनकी मौत के कारणों का पता नहीं चल सका।
कहां और कैसे हुआ यह सब?
शुरुआत हुई सोमवार को जब मंडी की एक दुकान के पीछे 5 बंदरों के शव मिले।
पीपुल्स फॉर एनिमल के कार्यकर्ता धीरज पाठक को बुलाया गया।
उन्होंने बताया, “बंदरों के शरीर पर गंभीर चोटों के निशान (Bareilly Monkey Killing)थे। पोस्टमार्टम में सिर और शरीर की कई हड्डियों के टूटने की पुष्टि हुई।”
मंगलवार को 6 और बंदर मृत पाए गए, जिनमें से 4 को स्थानीय लोगों ने दफना दिया।
क्या कहती है पोस्टमार्टम रिपोर्ट?
5 बंदरों की मौत सिर पर भारी वार (हेड इंजरी) से
2 बंदरों की मौत में जहर (food poisoning) की पुष्टि
4 के शव दफनाए गए, पोस्टमार्टम नहीं हो सका
क्यों मारे गए बंदर?
स्थानीयों के अनुसार, बंदर चावल के ढेर पर झपट्टा मारते (Bareilly Monkey Killing)थे, जिससे कुछ लोगों ने कथित रूप से उन्हें पीट-पीटकर मार डाला।
एक तरह से भोजन की तलाश ने उन्हें मौत के मुंह में धकेल दिया।
कानूनी कार्यवाही क्या हुई?
मंगलवार रात अज्ञात आरोपितों के खिलाफ FIR दर्ज
धारा: पशु क्रूरता निवारण अधिनियम के तहत
पुलिस कर रही सीसीटीवी फुटेज और स्थानीय चश्मदीदों से (Bareilly Monkey Killing)पूछताछ
जानवरों की जान, इंसान की संवेदनहीनता?
यह घटना मानवता और संवेदनशीलता पर एक बड़ा सवालिया निशान छोड़ती है।
क्या जानवरों को भोजन की तलाश में निकलना अब “अपराध” माना जाएगा?
और क्या हमारा समाज इतना असहिष्णु हो गया है, कि भूखे जीवों की हत्या करना आम बात हो गई?