सीजी भास्कर, 05 मई : छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के जंगलों में तेंदूपत्ता तोड़ने गए दो ग्रामीणों पर भालू (Bear Attack Chhattisgarh) ने हमला कर दिया। पहली घटना में एक युवक ने साहस दिखाते हुए भालू से भिड़ंत कर किसी तरह अपनी जान बचाई, वहीं दूसरी घटना में एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। दोनों घायलों का इलाज जिला अस्पताल में जारी है।
पहली घटना मालगांव निवासी 45 वर्षीय गोवर्धन निषाद के साथ कोदोबतर के सिरायसिंग मुड़ा बांध क्षेत्र के जंगल में हुई। वह तेंदूपत्ता तोड़ने गया था, तभी झाड़ियों में छिपे भालू (Bear Attack Chhattisgarh) ने उस पर अचानक हमला कर दिया। भालू ने उसकी कुल्हा और पैर पर बुरी तरह वार किया, लेकिन गोवर्धन ने हिम्मत नहीं हारी। उसने पास पड़ा एक भारी पत्थर भालू के सिर पर मार दिया और किसी तरह जान बचाकर भागने में सफल रहा।
दूसरी घटना गुटखुनवापारा निवासी एक महिला के साथ घटी। वह भी तेंदूपत्ता तोड़ने जंगल गई थी, जहां भालू (Bear Attack Chhattisgarh) ने उस पर हमला कर दिया। महिला को आसपास मौजूद अन्य महिलाओं ने बचाया और तुरंत जिला अस्पताल पहुंचाया गया। घके बाद स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि भालू की गतिविधि की जानकारी पहले ही वन विभाग को दी गई थी, लेकिन विभाग की ओर से कोई भी वनकर्मी मौके पर नहीं पहुंचा।
ग्रामीणों का आरोप है कि चेतावनी देने के बावजूद विभाग ने स्थिति को गंभीरता से नहीं लिया, जिसका नतीजा इन हमलों के रूप में सामने आया। वन विभाग ने अब घटनाओं की पुष्टि की है और क्षेत्र में गश्त बढ़ाने की बात कही है। लेकिन इन घटनाओं के बाद तेंदूपत्ता तोड़ने वालों में डर का माहौल बना हुआ है। ग्रामीणों ने मांग की है कि तत्काल प्रभाव से भालुओं की निगरानी के लिए गश्त बढ़ाई जाए और सुरक्षा के पर्याप्त उपाय किए जाएं।