24 मार्च 2025 :
India-Bangladesh Business: बांग्लादेश में जबसे तख्तापलट हुआ है और शेख हसीना की जगह मोहम्मद यूनुस के हाथ में कमान आई है तबसे भारत के साथ रिश्तों में कड़वाहट आई है. अब ईद से पहले भारत ने बांग्लादेश का मुंह मीठा कराया है. उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से 30 टन जीआई टैग वाला गुड़ बांग्लादेश भेजा गया है. बता दें कि मुजफ्फरनगर और शामली में बने गुड़ की डिमांड पूरी दुनिया में रहती है.
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय की ओर से जारी बयान में बताया गया कि ये यूपी से बांग्लादेश को गुड़ के सीधे निर्यात की शुरुआत है. यह पहल किसान उत्पादक संगठनों (FPOs) और किसान उत्पादक कंपनियों (FPCs) द्वारा की गई है. अब किसान सीधे अपना गुड़ बांग्लादेश या किसी दूसरे देश में बेच सकेंगे. पहले उन्हें बिचौलियों पर निर्भर रहना पड़ता था.
2023 में बनी थी कंपनी
एनबीटी के मुताबिक, ब्रिजनंदन एग्रो फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी (FPC) नाम की एक कंपनी है, जिसकी स्थापना साल 2023 में हुई थी. इसमें 545 सदस्य हैं, जिनमें दो महिलाएं भी हैं. यह FPO गुड़, गन्ने से बना सामान, बासमती चावल और दालें दूसरे देशों में भेजने का काम करती है. कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण की मदद से यह पश्चिमी यूपी से कृषि निर्यात में एक FPO की तीसरी सफलता की कहानी है. इससे पहले नीर आदर्श ऑर्गेनिक फार्मर प्रोड्यूसर ने लेबनान और ओमान को बासमती चावल भेजा था.
क्या होता है GI टैग?
जीआई टैग एक ऐसा नाम या चिह्न है, जिसका इस्तेमाल उन विशेष उत्पादों पर किया जाता है, जो किसी विशिष्ट भौगोलिक स्थान या मूल से संबंधित होते हैं. जीआई टैग उत्पाद को दूसरों द्वारा नकल या अनुकरण किए जाने से भी बचाता है. रजिस्टर्ड जीआई टैग 10 साल के लिए वैध होता है. इसकी देखरेख वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा की जाती है. यह टैग उत्पाद की वैल्यू बढ़ाता है.