सीजी भास्कर, 4 सितंबर। निगम भिलाई के प्रभारी सहायक अभियंता के साथ जोन-5 कार्यालय में हुए दुर्व्यवहार तथा गाली गलौज के दोषी युवकों को गिरफ्तारी की मांग को लेकर स्वायत्तशासी कर्मचारी महासंघ ने आज भिलाई निगम गेट के सामने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की। प्रदर्शन के दौरान निगम कमिश्नर द्वारा घटना के आरोपी को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने की सूचना पश्चात दोपहर 2 बजे धरना को समाप्त कर निगम के अधिकारी कर्मचारी अपने काम पर लौट गए।
आपको बता दें कि नगर निगम मुख्यालय सुपेला के सामने आज प्रातः 10 बजे भारत माता के तैल्य चित्र पर माल्यार्पण कर इस एक दिवसीय धरना की शुरूआत हुई। जिला भारतीय मजदूर संघ, स्वायत्तशासी के प्रदेश पदाधिकारी, नगर पालिक निगम भिलाई, दुर्ग, रिसाली व भिलाई चरोदा कर्मचारी संघ अध्यक्ष महामंत्री एवं पदाधिकारियों ने धरना को संबोधित किया।
गौरतलब हो कि 30 अगस्त को निगम के प्रभारी सहायक अभियंता के साथ सेक्टर 6 जोन कार्यालय में दो युवकों ने अभद्र व्यवहार एवं गाली गलौज किया था। इसके खिलाफ स्वायत्तशासी कर्मचारी महासंघ के नेतृत्व में निगम के अभियंताओं ने कोतवाली थाना में एफआईआर दर्ज करवाई थी। 5 दिन गुजर जाने बाद भी आरोपी युवकों की गिरफ्तारी नहीं होने से आक्रोशित निगम के अधिकारी कर्मचारियों ने जिला प्रशासन, पुलिस एवं निगम प्रशासन को ज्ञापन सौंप कर गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरने पर बैठने की सूचना दी थी। गये थे। धरने के बीच में ही निगम आयुक्त देवेश कुमार ध्रुव ने धरना स्थल से प्रतिनिधि मण्डल को आमंत्रित कर चर्चा करते हुए बताया कि दोषियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके बाद महासंघ के प्रतिनिधि मण्डल ने आयुक्त से हुई चर्चा की जानकारी धरना स्थल पर दी और माँग पूरी होने पर धरना समाप्त कर काम पर लौटने कि घोषणा की।
धरने में महासंघ के प्रदेश महामंत्री शरद दुबे, रीता चतुर्वेदी, विष्णु चन्द्राकर, नगर निगम भिलाई, रिसाली, भिलाई-चरौदा के अध्यक्ष रामवृक्ष यादव, कृष्णा देशमुख, सुरेंद्र सोनबोईर, वामन राव, बसंत साहू, रामावतार साहू, गोपाल सिन्हा, विवेक रंगनाथ, जिला भारतीय मजदूर संघ के रवि चौधरी, पाण्डेय, अभियंता दीपक जोशी,संजय शर्मा, रवि सिन्हा, संजय बागडे, डीकेवर्मा, दीपक देवांगन, अर्पित बंजारे, वसीम खान, अनिल मेश्राम, संतोष हरमुख, संजय शर्मा, स्वेता महेश्वर, नीति लता विश्वकर्मा, रोहित बंजारे, ओंकार यादव, विश्वजीत सेनगुप्ता, दशरथ ध्रुव, महेश वर्मा,राज सच्चर, बसंत देवांगन, संतोष पाण्डेय, मनीष चन्द्राकर, सीता राम यादव, दौलत चन्द्राकर, हीरा लाल, वाल्मिकी सिंह सहित निगम के समस्त अधिकारी एवं कर्मचारी शामिल रहे।