सीजी भास्कर, 1 अगस्त। नगर निगम ने मोपका (Bilaspur) क्षेत्र में अवैध प्लाटिंग के खिलाफ अपनी सख्त कार्रवाई को तीसरे दिन भी जारी रखा। गुरुवार को निगम की टीम ने ज़ोन क्रमांक 7 के अंतर्गत आने वाले कई खसरा नंबरों में अवैध रूप से निर्मित सड़कों, बाउंड्री वॉल और पक्के मकानों को ध्वस्त किया।
बिलासपुर नगर निगम के बिल्डिंग अधिकारी अनुपम तिवारी ने जानकारी दी कि तीन दिनों के भीतर 17 अवैध कॉलोनाइज़र्स के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है। इस दौरान लगभग 71 एकड़ जमीन पर बनी 25 अवैध मकानों को जमींदोज किया गया है।
मोपका और राजकिशोर नगर में हुई बड़ी कार्रवाई
जोन 7 के ग्राम मोपका के खसरा नंबर 465 और 466 के हिस्सों में बनी कच्ची सड़कें, बाउंड्री वॉल और निर्माणाधीन मकान बिना अनुमति के पाए गए। इन्हें निगम के बुलडोजरों द्वारा पूरी तरह से तोड़ दिया गया। इसके अलावा खसरा नंबर 993 के हिस्से में, राजकिशोर नगर महावीर सिटी के पास भी एक अवैध निर्माण को गिराया गया।
अवैध प्लाट खरीदने वालों पर भी होगी कार्रवाई
सब इंजीनियर जुगल सिंह के अनुसार,
जांच में सामने आया कि मोपका में धुनाऊ राम, राधेलाल डहरे और शांतिप्रकाश तिर्की जैसे लोगों ने बिना वैध अनुमति के प्लाट खरीदे थे। ये प्लाट क्रमशः आदर्श शुक्ला, मलय कुमार भट्टाचार्य और रंजीत कुमार डे द्वारा बेचे गए थे। प्रशासन अब दोनों पक्षों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी में है।
नगर निगम कमिश्नर का बयान
नगर निगम कमिश्नर अमित कुमार ने सख्त लहजे में कहा कि
अवैध प्लाटिंग और निर्माण को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह अभियान अनियमित और गैरकानूनी निर्माण के खिलाफ एक कड़ा संदेश है।