सीजी भास्कर 24 अगस्त
नई दिल्ली।
एशिया कप 2025 की शुरुआत से ठीक पहले भारतीय क्रिकेट टीम के टाइटल स्पॉन्सर को लेकर बड़ा बदलाव हुआ है। फैंटेसी स्पोर्ट्स प्लेटफॉर्म ड्रीम11 ने आधिकारिक तौर पर टीम इंडिया की जर्सी स्पॉन्सरशिप से पीछे हटने का फैसला किया है।
नए कानून का असर
हाल ही में संसद ने ऑनलाइन गेमिंग प्रमोशन और रेगुलेशन बिल 2025 पास किया है। इस कानून के तहत फैंटेसी स्पोर्ट्स, रमी और पोकर जैसे रियल मनी गेमिंग प्लेटफॉर्म्स पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी गई है।
अब केवल ई-स्पोर्ट्स और सोशल गेमिंग की अनुमति है।
नियम तोड़ने वालों पर 1 करोड़ रुपये तक का जुर्माना या तीन साल की जेल का प्रावधान है।
बीसीसीआई का रुख
बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया ने साफ कहा कि बोर्ड सरकार की हर नीति का पालन करेगा। उन्होंने कहा – “अगर किसी चीज की अनुमति नहीं है, तो बीसीसीआई उसका समर्थन नहीं करेगा।”
बिना टाइटल स्पॉन्सर के उतरेगी टीम?
अब सबसे बड़ा सवाल है कि क्या टीम इंडिया एशिया कप बिना टाइटल स्पॉन्सर के खेलेगी। सूत्रों के मुताबिक, ड्रीम11 ब्रांडिंग वाली जर्सियां पहले ही प्रिंट हो चुकी हैं, लेकिन अब उनका इस्तेमाल नहीं होगा।
अगर टूर्नामेंट (9 सितंबर से यूएई में) शुरू होने से पहले नया स्पॉन्सर नहीं मिलता, तो भारतीय टीम बिना किसी टाइटल स्पॉन्सर मैदान पर उतर सकती है। बीसीसीआई ने नए स्पॉन्सरशिप अधिकारों के लिए बोली आमंत्रित करने की संभावना जताई है।
ड्रीम11 का ट्रांजिशन प्लान
ड्रीम11 ने 2023 में बीसीसीआई के साथ 358 करोड़ रुपये की डील की थी। लेकिन नए कानून के बाद कंपनी के लिए पेड टूर्नामेंट जारी रखना नामुमकिन हो गया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ड्रीम स्पोर्ट्स के सीईओ हर्ष जैन ने कर्मचारियों को बताया है कि अब पेड फैंटेसी कॉन्टेस्ट के लिए “कोई कानूनी रास्ता” नहीं है। कंपनी अब अपने दूसरे बिज़नेस वर्टिकल जैसे FanCode, DreamSetGo और Dream Game Studios पर फोकस करेगी।
ड्रीम11 ने FY24 में करीब 9,600 करोड़ रुपये का रेवेन्यू कमाया था, जिसमें वर्ल्ड कप का बड़ा योगदान रहा। इसके पास 28 करोड़ से ज्यादा यूजर्स हैं। ऐसे में यह प्रतिबंध कंपनी के लिए भारी झटका है।