Bikaner Short Circuit Fire Incident : राजस्थान के बीकानेर जिले में शनिवार की दोपहर एक ऐसा हादसा हुआ जिसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। गुंदुसर गांव में शॉर्ट सर्किट (Short Circuit) से लगी आग ने एक झोपड़ी को अपनी चपेट में ले लिया, जिसमें 5 वर्षीय बच्चे की दर्दनाक मौत हो गई। मासूम ने अपनी जान बचाने की कोशिश में जो कदम उठाया, वही उसकी मौत का कारण बन गया।
लोहे की टंकी में छिपा मासूम, बनी मौत का जाल
गुंदुसर गांव निवासी कल्याण सिंह अपने परिवार के साथ खेत में बनी झोपड़ी में रहते थे। शनिवार को जब कल्याण और उनकी पत्नी किसी जरूरी काम से बाहर गए हुए थे, तब उनका 5 साल का बेटा भरत घर पर अकेला था। अचानक झोपड़ी में बिजली के शॉर्ट सर्किट (Electric Short Circuit) से आग लग गई। आग की लपटें तेजी से फैलने लगीं और बच्चा डर के मारे पास रखी लोहे की टंकी में जाकर छिप गया।
मगर किस्मत ने उसका साथ नहीं दिया—टंकी आग से घिर गई और कुछ ही मिनटों में मासूम की दम घुटने से मौत हो गई।
Bikaner Short Circuit Fire Incident : माता-पिता की वापसी पर बर्बाद हो चुका था सब कुछ
कुछ देर बाद जब माता-पिता घर लौटे तो सामने का मंजर देखकर उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। उनकी झोपड़ी पूरी तरह जलकर राख हो चुकी थी। जब उन्होंने अंदर जाकर बेटे की तलाश की, तो भरत का शव लोहे की टंकी के अंदर से मिला। घटना को देखकर गांव का हर व्यक्ति स्तब्ध रह गया।
पुलिस जांच में सामने आई सच्चाई
मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच शुरू की। प्रारंभिक जांच में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट (Fire due to Short Circuit) बताया गया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि हादसे के वक्त बच्चा पूरी तरह अकेला था और भय के कारण उसने टंकी में शरण ली थी। इससे उसकी दम घुटने और जलने से मौत हुई।
Bikaner Short Circuit Fire Incident : गांव में गूंजा सवाल – कब सुधरेगी बिजली सुरक्षा व्यवस्था?
इस दर्दनाक हादसे ने एक बार फिर ग्रामीण इलाकों में विद्युत सुरक्षा (Electrical Safety) की गंभीर खामियों को उजागर कर दिया है। गांव के लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि खेतों और झोपड़ियों में बिजली कनेक्शन और तारों की नियमित जांच की जाए ताकि ऐसी त्रासदी दोबारा न हो।
