सीजी भास्कर, 01 दिसंबर। भाजपा नेत्री एवं अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण छत्तीसगढ़ शासन की पूर्व सदस्य रत्नावली कौशल ने राज्य के अनुसूचित जाति जनजाति कल्याण मंत्री रामविचार नेताम से उनके निवास में भेंटकर उनका कुशलक्षेम पूछा। उन्होंने श्री नेताम के विभाग से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की तथा समस्याओं की ओर उनका ध्यान आकृष्ट कराया।
बीते दिनों दुर्घटना में घायल होने के पश्चात मंत्री रामविचार नेताम अभी निवास में स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। सुश्री रत्नावली कौशल ने मंत्री श्री नेताम के बंगले में जाकर उनसे भेंट कर उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। रत्नावली ने श्री नेताम के शीघ्र स्वस्थ होने तथा दीर्घायु होने की कामना की। दोनों नेताओं के बीच विभिन्न विषयों पर गहन चर्चा हुई।
सुश्री कौशल ने मुंगेली तथा अन्य जिलों में पदस्थ अनुसूचित जाति जनजाति कल्याण विभाग के कतिपय मैदानी और जिला स्तर के कर्मचारियों व अधिकारियों की कार्यप्रणाली की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अनेक अधिकारी कर्मचारी कई सालों से एक ही जगह पदस्थ हैं, इस वजह से वे हठधर्मी प्रवृत्ति और निरंकुश हो चले हैं, विभाग की छवि धूमिल कर रहे हैं। रत्नावली ने विभाग में कर्मचारियों के रिक्त पदों की जानकारी भी मंत्री श्री नेताम को दी और उनसे आग्रह किया कि हठधर्मी और निरंकुश हो चले अधिकारी कर्मचारियों का स्थानांतरण किया जाए तथा रिक्त पदों को शीघ्र भरा जाए।
श्री नेताम ने अगली मुलाकात के समय ऐसे अधिकारी कर्मचारियों की लिस्ट लेकर आने के लिए रत्नावली कौशल से कहा। मंत्री श्री नेताम ने साफ शब्दों में कहा कि भ्रष्ट, निकम्मे और हठधर्मी प्रवृति वाले अधिकारी बिल्कुल भी बख्शे नहीं जाएंगे। विभाग में रिक्त पदों को भरने की प्रक्रिया चल रही है, नियुक्तियां जल्द कर दी जाएंगी। सुश्री कौशल ने विभाग के छात्रावासों में व्याप्त कमियों की ओर मंत्री श्री नेताम का ध्यान आकर्षित कराते हुए सभी छात्रावासों में पर्याप्त गद्दे, बच्चों की जरूरत के सामान उपलब्ध कराने का भी आग्रह किया और कहा कि मैं भी अनुसूचित जाति परिवार की बेटी हूं इसलिए इस वर्ग के बच्चों की तकलीफ बेहतर ढंग से समझती हूं।
रत्नावली के इस कथन पर खुशी जाहिर करते हुए मंत्री श्री नेताम ने कहा कि आप नजर बनाए रखें और समय समय पर मुझे अवगत कराते रहें,। उन्होंने मंत्री श्री नेताम को बताया कि वहां के कई छात्रावासों में आदिवासी विद्यार्थियों को गुणवत्ता पूर्ण और पौष्टिक भोजन न दिए जाने, बीजापुर जिले के गंगालूर बालक आश्रम के अबोध बच्चों से आश्रम अधीक्षक द्वारा खेत में मजदूरी कराए जाने और दंतेवाड़ा में आधे अधूरे बने छात्रावास में विद्यार्थियों को रखे जाने की जानकारी मंत्री श्री नेताम को दी। इस पर श्री नेताम ने तुरंत एक्शन लेने की बात कही है।