सीजी भास्कर, 04 सितम्बर।
रायपुर। छत्तीसगढ़ कांग्रेस में नेतृत्व को लेकर चल रही हलचल अब और तेज हो गई है। पूर्व मंत्री रविंद्र चौबे और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज की मुलाकात के बाद बयानबाजी ने नया मोड़ ले लिया है।
बैज ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि पार्टी को अपने भवन का नाम "नमक-हराम भवन" रख लेना चाहिए। वहीं, चौबे को उन्होंने “मैच्योर अध्यक्ष” की संज्ञा दी।
कांग्रेस दफ्तर में मुलाकात और बयानबाजी
दोनों नेताओं ने रायपुर स्थित राजीव भवन में मुलाकात की। मुलाकात के बाद चौबे ने बैज की तारीफ करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में कांग्रेस आगामी चुनाव में मजबूती से उतरेगी। साथ ही, भूपेश बघेल के जन्मदिन को लेकर फैलाई गई अफवाहों पर चौबे ने सफाई दी।
बैज ने भी साफ किया कि यह पूरा मामला "घर की बात" है और मीडिया इसे बेवजह तूल दे रहा है।
बीजेपी पर बैज का वार
भाजपा के सोशल मीडिया पोस्ट पर पलटवार करते हुए दीपक बैज ने कहा,
“भाजपा कांग्रेस भवन पर सवाल उठा रही है, जबकि असल में उन्हें अपने कार्यालय का नाम ‘नमक-हराम भवन’ रख लेना चाहिए।”
दरअसल, चरणदास महंत के बयान पर भाजपा ने X (ट्विटर) पर एक कार्टून पोस्ट कर कांग्रेस भवन को "चमचा भवन" बताया था। इसी पर बैज का यह तीखा बयान सामने आया।
जिलाध्यक्षों की बैठक में टकराव
राजीव भवन में हुई कार्यसमिति बैठक में रविंद्र चौबे के बयान को लेकर हंगामा भी हुआ।
- जगदलपुर जिलाध्यक्ष सुशील मौर्य ने चौबे के बयान को अनुशासनहीनता बताया।
- वहीं दुर्ग ग्रामीण जिलाध्यक्ष राकेश ठाकुर ने कहा कि जन्मदिन पर नेता की तारीफ करना कोई अनुशासनहीनता नहीं है।
बैठक के दौरान दो जिलाध्यक्ष आपस में भिड़ भी गए।
अनुशासनात्मक कार्रवाई पर उठे सवाल
कई जिलाध्यक्षों ने आरोप लगाया कि छोटे कार्यकर्ताओं की गलती पर तुरंत कार्रवाई हो जाती है, लेकिन बड़े नेताओं पर ढिलाई बरती जाती है। इसी कारण चौबे और पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा के मामलों में सवाल खड़े किए गए।
NHM कर्मियों की हड़ताल पर बैज का बयान
बैज ने कहा कि मोदी गारंटी के नाम पर वोट तो लिए गए, लेकिन अब कर्मचारियों को धमकाया जा रहा है और नौकरी से निकाला जा रहा है।
उन्होंने राज्य सरकार से अपील की कि एनएचएम कर्मियों से संवाद कर हड़ताल खत्म करवाए।
चौबे की सफाई और बैज का समर्थन
बयानबाजी के बीच चौबे ने फिर सफाई दी। उन्होंने कहा कि उनके शब्दों को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया। कांग्रेस हमेशा से कलेक्टिव लीडरशिप में विश्वास करती है।
दीपक बैज ने भी उन्हें "महाज्ञानी नेता" बताया और कहा कि राष्ट्रीय नेतृत्व ने साफ किया है कि कांग्रेस सामूहिक नेतृत्व के साथ आगे बढ़ेगी।