सीजी भास्कर, 1 नवंबर। राजधानी रायपुर के माना थाना क्षेत्र स्थित प्रसिद्ध ब्लू वाटर तालाब (Blue Water Drowning Case Raipur) में शुक्रवार को डूबे दो नाबालिगों में से एक का शव शनिवार सुबह बरामद कर लिया गया है। मृतक की पहचान जयेश साहू (15 वर्ष) के रूप में हुई है, जो छत्तीसगढ़ पब्लिक स्कूल में कक्षा 10वीं का छात्र था। वहीं, उसका साथी मृदुल वनजारी (15 वर्ष) अब भी लापता है।
रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, एक की जान गई
जानकारी के मुताबिक, जयेश और मृदुल शुक्रवार दोपहर अपने 7-8 दोस्तों के साथ ब्लू वाटर पहुंचे थे। नहाने (Blue Water Drowning Case Raipur) के दौरान दोनों गहरे पानी में चले गए और डूब गए। मौके पर मौजूद दोस्तों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही एसडीआरएफ (SDRF) और माना थाना पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। देर रात तक तलाशी अभियान चला, लेकिन अंधेरा बढ़ने के कारण सर्च ऑपरेशन रोकना पड़ा। शनिवार सुबह अभियान दोबारा शुरू हुआ, जिसमें जयेश साहू का शव बरामद कर लिया गया, जबकि मृदुल की तलाश देर शाम तक जारी रही।
मृदुल था उभरता क्रिकेटर, रणजी में खेलने का सपना
पुलिस के अनुसार, लापता मृदुल वनजारी की मां ममता वनजारी छात्रावास अधीक्षक हैं, जिनकी पोस्टिंग वर्तमान में लोहांडीगुड़ा (जिला बस्तर) में है। पिता राजिम में रहते हैं। मृदुल टाटीबंध (Blue Water Drowning Case Raipur) छात्रावास में रहकर पढ़ाई करता था और क्रिकेट का बेहतरीन खिलाड़ी था। वह अपने स्कूल की क्रिकेट टीम का हिस्सा था और आगे चलकर रणजी ट्रॉफी व भारतीय टीम (Indian Cricket Team) में खेलने का सपना देखता था। वहीं, जयेश के पिता निजी नौकरी करते हैं। जयेश भी पढ़ाई में तेज था और दोस्तों में काफी लोकप्रिय था। हादसे के बाद से दोनों परिवार सदमे में हैं।
प्रशासन की लापरवाही पर सवाल
स्थानीय लोगों का कहना है कि हर साल बरसात के बाद ब्लू वाटर में हादसे होते हैं, लेकिन प्रशासन की नींद नहीं खुलती। न कोई सुरक्षा गश्त, न चेतावनी संकेत। लोगों ने मांग की है कि यहां स्थायी बाउंड्री और निगरानी व्यवस्था (Safety Measures at Blue Water) तत्काल की जाए।
