सीजी भास्कर, 18 दिसंबर। भिलाई चंद्रा मौर्या टाकीज अंडर ब्रिज के पास नाले में 13 दिसंबर को बोरे में बंद महिला शव (Bore Murder Case) मिलने की गुत्थी दुर्ग पुलिस ने सुलझा ली है। पुलिस ने मामले में लीव-इन पार्टनर सहित तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। मृतका की पहचान आरती उर्फ भारती निर्मलकर के रूप में हुई है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार शव मिलने के बाद अज्ञात महिला की पहचान और आरोपितों की तलाश के लिए विशेष टीम बनाई गई थी। सीसीटीवी और तकनीकी जांच के साथ ही समाचार प्रकाशित होने के बाद कृष्णा नगर निवासी आमरौतिन पति 17 दिसंबर को थाना सुपेला पहुँचीं। उन्होंने शव पर मिले गोदने और चुड़ियों के आधार पर मृतका की पहचान अपनी रिश्तेदार आरती के रूप में की। आरती पिछले 4–5 महीनों से कोसानगर सुपेला निवासी तुला राम बंजारे के साथ लीव-इन संबंध (Bore Murder Case) में रह रही थी।
पूछताछ में तुला राम ने हत्या स्वीकार की। उसने बताया कि 5 दिसंबर की रात शराब पीने के बाद विवाद हुआ और गुस्से में आरती को थप्पड़ मारा और दीवार से सिर टकराने के कारण मौत हो गई। वारदात छुपाने के लिए उसने शव को जलाया और बोरे में पैक कर नाले में फेंका (Bore Murder Case)।
तुला राम ने अपने भाई गोवर्धन बंजारे और ऑटो चालक शक्ति भौयर को मदद के लिए बुलाया। आरोपित ने लोगों को गुमराह करने के लिए कहा कि आरती नागपुर चली गई है। पुलिस ने आरोपित के घर से टूटे चूड़ी के टुकड़े, रस्सी और अन्य साक्ष्य बरामद किए। तीनों आरोपितों को 18 दिसंबर को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया।


