सीजी भास्कर, 3 सितंबर। सूरजपुर जिले के ग्राम पंचायत बड़सरा के आमाखोखा में बुधवार को पुलिया और पक्की सड़क के अभाव के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। महतारी एक्सप्रेस एंबुलेंस खराब रास्ते और झांपी मांडा नाले पर पुलिया न होने के कारण बस्ती तक नहीं पहुंच पाई। इसी बीच प्रसव पीड़ा से जूझ रही महिला को स्वजन और ग्रामीणों ने झलगी (Bridge Absence) में बैठाकर एंबुलेंस तक पहुंचाने की कोशिश की, लेकिन रास्ते में ही प्रसव हो गया।
ग्राम की महिला मान कुंवर पति इंद्रदेव सिंह को भोर में प्रसव पीड़ा शुरू हुई थी। सूचना मिलने पर एंबुलेंस पहुंची, मगर खराब रास्ते और पानी से भरे नाले की वजह से वाहन बीच में ही रुक गया। स्वजन और ग्रामीण महिला को किसी तरह झलगी में उठाकर एंबुलेंस की ओर ले जाने लगे, तभी प्रसव हो गया। बाद में सुरक्षा और सावधानी के लिए मां और नवजात को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भैयाथान ले जाया गया, जहां दोनों सुरक्षित हैं। ग्रामीण धर्मजीत सिंह, लिखन सिंह, राम प्रसाद सिंह और समय लाल सिंह ने बताया कि उनके पूर्वज 1949 में यहां बसे थे, लेकिन अब तक नाले पर पुलिया और पक्की सड़क का निर्माण नहीं हुआ। बरसात के दिनों में यह समस्या और विकराल रूप ले लेती है।
स्कूली बच्चे, मरीजों और आम लोगों को परेशानी Bridge Absence Crisis
स्कूली बच्चों, मरीजों और आम लोगों को हर दिन इसी तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसलिए झांपी मांडा नाले पर पुलिया और पक्की सड़क का निर्माण किया जाए। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र ही सड़क और पुलिया का निर्माण नहीं हुआ, तो किसी भी दिन बड़ी अनहोनी हो सकती है। जानकारी के अनुसार, आमाखोखा मोहल्ले में लगभग एक माह पूर्व सुनीता पत्नी सोना सिंह को प्रसव पीड़ा शुरू हुई थी, और मुन्नी पत्नी धर्म सिंह की तबीयत खराब होने पर एंबुलेंस और महतारी एक्सप्रेस सेवा घर तक नहीं पहुंच पाई थी। तब भी ग्रामीणों ने बड़ी मुश्किल से झांपी नाला पार कर एंबुलेंस तक पहुंचाया था, जिससे मोहल्लेवासी काफी परेशान हुए थे। इस पूरे मामले में (Bridge Absence) का असर साफ दिखा।