सीजी भास्कर, 27 फरवरी।
छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के तीसरे दिन सदन में जल जीवन मिशन में गड़बड़ी का मुद्दा उठा। विधायक धरमलाल कौशिक ने दोषी ठेकेदारों पर FIR दर्ज करने के साथ ही उन्हें ब्लैक लिस्ट में डालने की मांग की। कौशिक के मुताबिक इन पर एक्शन लेने पर प्रदेश में हो रहे भ्रष्टाचार के मामलों में कमी आएगी।
इससे पहले जल जीवन मिशन के सवाल पर डिप्टी सीएम अरुण साव के जवाब से असंतुष्ट होकर कांग्रेस विधायकों ने वॉकआउट कर दिया था। गांवों में नक कनेक्शन के जवाब पर साव ने कहा, कि 355 गांवों में कनेक्शन दिया जा चुका है, 84 गांवों में पानी आ रहा है। 7 गांव में कनेक्शन देना बाकी है।
1 लाख 46 हजार राजस्व प्रकरण लंबित
वहीं राजस्व मामलों में ध्यानाकर्षण लाकर बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर ने कहा करीब 1 लाख 46 हजार राजस्व प्रकरण लंबित है। इससे गांव के किसान, ग्रामीण सभी प्रभावित हैं।
राजस्व प्रकरण के लंबित होने में किसी पर कार्रवाई नहीं हुई। कार्रवाई का आश्वासन मंत्रियों ने भी नहीं दिया है। राजस्व के पूरे सिस्टम में सुधार की आवश्यकता है।
साव-चंद्राकर आमने सामने, जल जीवन मिशन पर भिड़े नेता
अजय चंद्राकर ने जल जीवन मिशन योजना को लेकर कहा कि योजना बनाने पर DPR में पाया गया कि गांव में कोई जल स्रोत नहीं है। वहां भी टंकी बना दी और पाइपलाइन बिछा दी गई, ये तो खुला करप्शन है। ऐसी जगहों को चिन्हांकित करके क्या कार्रवाई करेंगे ऐसे अधिकारियों या तत्कालीन लोगों पर ?
इतने में भूपेश बघेल खड़े होकर डॉ रमन से बोले- अध्यक्ष महोदय ये दोनों (अजय चंद्राकर और अरुण साव) खड़े हो जाते हैं। निर्देश करें कि एक बोले तो दूसरा बैठ जाए। चंद्राकर बोले- ये सब आपके समय की ही कलाकारी है जिसको वो भोग रहे हैं।