सीजी भास्कर, 22 जुलाई। छत्तीसगढ़ के नंबी बीजापुर में CRPF के जवानों ने इमरजेंसी में जुगाड़ से नाव बना कर प्रसूता और प्रीमैच्योर शिशु को उफनती हुई नदी पार करवा अस्पताल पहुंचाया है।
आपको बता दें कि अस्पताल पहुंचे जच्चा-बच्चा दोनों अब सुरक्षित बताए जा रहे हैं। समय पर हास्पिटल पहुंचने से दोनों की जान बची है। इस इमरजेंसी भरे माहौल पर CRPF के जवानों ने पहले जुगाड़ से नाव बनाया और मां और नवजात शिशु को उफनती नदी पार कराया है। माड़वी जागी नामक महिला की समय से पहले डिलीवरी हुई और उसकी गंभीर हालत को देखते हुए ईलाज के लिए उसूर स्थित अस्पताल ले जाना था। पर नंबीधारा नदी इस समय पूरे उफान पर है जिससे इसे पार कर पाना मुश्किल था।
कोई साधन न होने से सीआरपीएफ के जवानों ने तत्काल जुगाड़ से नाव बनाई और दोनों को हास्पिटल पहुंचाया। उसूर और नंबी के बीच बहने वाली नंबीधारा नदी पार कर अस्पताल पहुंचे नवजात शिशु और माता अब सुरक्षित हैं।
गौरतलब हो कि उसूर गांव से आठ किलोमीटर पूर्व में नादपल्ली गांव पार करने के बाद नांबी गांव आता है। इस गांव से तीन किलोमीटर दूर जंगल की ओर दक्षिण दिशा में पहाड़ पर एक बहुत ऊंचा झरना है, जिसे नीचे से देखने पर पतली पानी की धारा जैसा दिखता है इसलिए इसे नांबी धारा कहते हैं। इसी नंबी गांव में जच्चा-बच्चा थे जिन्हें समय पर उसूर हास्पिटल ले जाने वाले सीआरपीएफ के जवानों का यह प्रयास वंदनीय है।