सीजी भास्कर, 30 जून। छत्तीसगढ़ के चर्चित 2161 करोड़ रुपये के शराब घोटाले में एक और बड़ा मोड़ सामने आया है। आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) ने पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा के खिलाफ 1100 पन्नों की चौथी पूरक चार्जशीट विशेष अदालत में दाखिल की है। यह चार्जशीट लखमा की भूमिका, संलिप्तता और घोटाले के तरीके को विस्तार से उजागर करती है।
चार्जशीट में क्या है?
EOW द्वारा पेश की गई 1100 पन्नों की चार्जशीट में 66 पेज की समरी रिपोर्ट भी शामिल है, जिसमें पूरे घोटाले की रूपरेखा और कवासी लखमा की भूमिका का विस्तार से विवरण दिया गया है।
21 जनवरी से जेल में हैं कवासी लखमा
- 15 जनवरी को ED ने लखमा को गिरफ्तार किया था।
- पूछताछ के लिए उन्हें दो बार समन भेजा गया था।
- 7 दिन की कस्टडी के बाद 21 जनवरी को उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा गया।
- पिछली सुनवाई में सुरक्षा के चलते वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पेशी हुई।
क्या है 2161 करोड़ रुपये का शराब घोटाला?
यह घोटाला भूपेश बघेल सरकार के कार्यकाल के दौरान हुआ। इसमें IAS अधिकारी अनिल टुटेजा, उनका बेटा यश टुटेजा, सौम्या चौरसिया (मुख्यमंत्री सचिवालय की उपसचिव) और अनवर ढेबर (रायपुर महापौर का भाई) जैसे नाम सामने आए।
- 11 मई 2022: आयकर विभाग ने दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में याचिका दाखिल की।
- 18 नवंबर 2022: ED ने PMLA एक्ट के तहत केस दर्ज किया।
कैसे किया गया घोटाला?
- 2017 में आबकारी नीति में बदलाव कर CSMCL को शराब बिक्री का अधिकार मिला।
- अनवर ढेबर के प्रभाव से अरुणपति त्रिपाठी को CSMCL का MD बनाया गया।
- अफसरों, नेताओं और शराब कंपनियों के गठजोड़ से सिंडिकेट बनाकर शराब की बिक्री में भारी भ्रष्टाचार हुआ।
- राज्य को अनुमानित 2161 करोड़ का नुकसान हुआ।
इससे पहले भी दाखिल हो चुकी है 3841 पन्नों की चार्जशीट
- 13 मार्च 2025: ED ने 3841 पन्नों की चार्जशीट स्पेशल कोर्ट में पेश की थी।
- उस चार्जशीट में कवासी लखमा सहित 22 आरोपी बनाए गए थे।
- शामिल कंपनियाँ : छत्तीसगढ़ डिस्टलर, वेलकम डिस्टलर, ओम साई ब्रेवरीज, दिशिता वेंचर, नेस्टजेन पावर, भाटिया वाइन मर्चेंट आदि।