सीजी भास्कर, 20 दिसंबर। गुरूवार को विधानसभा में छत्तीसगढ़ नगर पालिका संशोधन विधेयक पारित हुआ, जिसके अनुसार नगरीय निकाय के कार्यकाल के पूरा होने पर, चुनाव कार्यक्रम घोषित होने तक अध्यक्ष की जगह प्रशासक नियुक्त किए जाएंगे।
आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव सरकार ने नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव एक साथ कराने का निर्णय लिया है। नगरीय निकाय चुनाव के लिए वार्डों के आरक्षण की प्रक्रियाभी पूरी कर ली गई थी मगर तभी खबर आ गई है कि इन चुनावों को 6 महीने के लिए टाला जा सकता है। इसी बीच कल विधानसभा में छत्तीसगढ़ नगर पालिका संशोधन विधेयक पारित हुआ, जिसके अनुसार नगरीय निकाय के कार्यकाल के पूरा होने पर चुनाव कार्यक्रम घोषित होने तक अध्यक्ष की जगह प्रशासक नियुक्त किए जाएंगे।
छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव को लेकर भाजपा कार्यालय में कल गुरुवार रात तक लंबी बैठक चली। इस बैठक में पंचायत चुनाव के आरक्षण पर चर्चा हुई और यह अनुमान लगाया गया कि आरक्षण प्रक्रिया में 15 से 20 दिन लग सकते हैं, जिसके बाद परीक्षाएं शुरू हो जाएंगी। इस कारण यह तय है कि नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव मार्च-अप्रैल तक टाले जा सकते हैं।
अब आइए नजर डालते हें कि किस निकाय में महापौरों का कार्यकाल कितना बाकी है…?
रायपुर में महापौर ऐजाज ढेबर का कार्यकाल 6 जनवरी को समाप्त होगा
भिलाई चरोदा में महापौर निर्मल कोसरे का कार्यकाल 3 जनवरी को समाप्त होगा
भिलाई में महापौर नीरज पाल का कार्यकाल 6 जनवरी को समाप्त होगा
रिसाली में महापौर शशि सिन्हा का कार्यकाल 5 जनवरी को समाप्त होगा
दुर्ग में महापौर धीरज बाकलीवाल का कार्यकाल 6 जनवरी को समाप्त होगा
राजनांदगांव में महापौर हिमा देशमुख का कार्यकाल 3 जनवरी को समाप्त होगा
बीरगांव में महापौर नंदलाल देवांगन का कार्यकाल 4 जनवरी को समाप्त होगा
जगदलपुर में महापौर सफीरा साहू का कार्यकाल 4 जनवरी को समाप्त होगा
चीरमिरी में महापौर कंचन जायसवाल का कार्यकाल 6 जनवरी को समाप्त होगा
बिलासपुर में महापौर रामशरण यादव का कार्यकाल 4 जनवरी को समाप्त होगा
धमतरी में महापौर विजय देवांगन का कार्यकाल 6 जनवरी को समाप्त होगा
रायगढ़ में महापौर जानकी काटजू पाल का कार्यकाल 6 जनवरी को समाप्त होगा
अंबिकापुर में महापौर अजय तिर्की का कार्यकाल 8 जनवरी को समाप्त होगा
कोरबा में महापौर राजकिशोर प्रसाद का कार्यकाल 10 जनवरी को समाप्त होगा
छत्तीसगढ़ में फिलहाल नगरीय निकाय और पंचायत के चुनाव टलते नजर आ रहे हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि स्थानीय निकाय के चुनाव प्रदेश में बोर्ड परीक्षाओं के बाद कराए जा सकते हैं। नगरीय निकाय चुनाव के लिए सरकार ने छह महीने का समय ले लिया है। वहीं, पंचायत चुनाव के लिए भी अध्यादेश के जरिए सरकार छह महीने का समय ले सकती है। चुनाव कार्यक्रम टलने के बाद अब सरकार स्थानीय निकायों में प्रशासक नियुक्त कर सकेगी। जनवरी के पहले सप्ताह में प्रशासकों की नियुक्ति शुरु हो जाएगी।
जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ में ऐसा पहली बार होगा, जब नगर निगम और पंचायत का कार्यकाल खत्म होने के बाद चुनाव कराए जाएंगे। प्रदेश में 3 जनवरी के बाद से 14 नगर निगमों में एक-एक कर महापौर की जगह प्रशासक बैठ जाएंगे। सबसे पहले 3 जनवरी को राजनांदगांव और भिलाई चरौदा का कार्यकाल खत्म हो रहा है।
28 मार्च तक चलेंगी बोर्ड की परीक्षाएं – उल्लेखनीय है कि 1 मार्च से 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं शुरू हो रही हैं। ये परीक्षाएं 28 मार्च तक चलेंगी। शिक्षा विभाग 15 फरवरी से परीक्षाओं की तैयारी शुरु कर देगा। दोनों चुनावों में सबसे बड़ा अमला शिक्षा विभाग का ही लगाया जाता है। ऐसे में अगर चुनाव 15 फरवरी के पहले नहीं हो पाए तो आचार संहिता अप्रैल में लगेगी।