सीजी भास्कर, 1 नवंबर 2025। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Chhattisgarh New Assembly Inauguration) ने आज रायपुर में छत्तीसगढ़ विधान सभा के नए भवन का उद्घाटन किया, जो राज्य की लोकतांत्रिक यात्रा में एक ऐतिहासिक अध्याय है। राज्य के गठन की 25वीं वर्षगांठ (Chhattisgarh Silver Jubilee) पर आयोजित इस समारोह में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Lok Sabha Speaker Om Birla) ने भी भाग लिया और छत्तीसगढ़वासियों को नई विधानसभा के शुभारंभ पर बधाई दी।
विधानमंडल जनता के विश्वास का साकार रूप हैं
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि विधानमंडल (Legislative Assemblies) ऐसी संस्थाएँ हैं जो जनता के विश्वास और भरोसे का साकार रूप हैं। ये न केवल नागरिकों की आकांक्षाओं का प्रतीक हैं, बल्कि लोकतंत्र के मूल मूल्य — संवाद, सहमति और सहयोग — का जीवंत केंद्र भी हैं। उन्होंने कहा कि विधानमंडल में होने वाले विचार-विमर्श की गुणवत्ता ही लोकतंत्र की मजबूती और शासन की सफलता का आधार होती है। श्री बिरला ने विश्वास व्यक्त किया कि नया विधानसभा भवन छत्तीसगढ़ में समावेशी विकास (Inclusive Growth) और सुशासन (Good Governance) की दिशा में नई ऊर्जा का संचार करेगा। यह आत्मनिर्भर भारत और विकसित भारत के सपने को साकार करने में एक अहम कड़ी साबित होगा।
लोकतंत्र और विकास का संगम
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि छत्तीसगढ़ विधानसभा का नया परिसर सरकार की लोकतांत्रिक संस्थाओं को मजबूत करने की दृष्टि (Democratic Vision) को स्पष्ट रूप से दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह भवन न केवल स्थापत्य कला का उदाहरण है, बल्कि राज्य की सांस्कृतिक विरासत और आधुनिकता के मेल का प्रतीक भी है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार का उद्देश्य ऐसे संस्थानों को बढ़ावा देना है, जो नीति निर्माण, संवाद और जनकल्याण को एक साथ जोड़ सकें। छत्तीसगढ़ विधानसभा भवन इसी सोच का प्रत्यक्ष प्रमाण है।
डिजिटल और आधुनिक सुविधाओं से लैस
नए विधानसभा भवन (New Assembly Complex Raipur) को आधुनिक वास्तुकला और डिजिटल अवसंरचना (Digital Infrastructure) के उच्चतम मानकों के अनुरूप तैयार किया गया है। इसमें अत्याधुनिक तकनीकी सुविधाएँ, पेपरलेस वर्क सिस्टम और ऊर्जा संरक्षण की व्यवस्थाएँ शामिल हैं। ओम बिरला ने कहा कि इन नई सुविधाओं से विधायकों को जनता की आकांक्षाओं को समझने और नीति निर्माण में अधिक प्रभावी भूमिका निभाने का अवसर मिलेगा।
लोकतांत्रिक परंपराओं की सराहना
लोकसभा अध्यक्ष ने छत्तीसगढ़ विधानसभा की लोकतांत्रिक मर्यादाओं और संवाद की संस्कृति की सराहना की। उन्होंने कहा कि “यह भवन न केवल नीतियों का केंद्र होगा, बल्कि लोकतांत्रिक आदर्शों का प्रेरणास्थल भी बनेगा।” उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले समय में छत्तीसगढ़ विधानसभा पूरे देश के लिए एक लोकतांत्रिक आदर्श (Democratic Model) के रूप में उभरेगी।
समारोह में शामिल रहे अनेक गणमान्य
इस अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय (CM Vishnu Deo Sai), विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, मंत्रीगण, सांसद, विधायकगण एवं वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। कार्यक्रम के दौरान छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विरासत और लोककला की झलक भी दिखाई गई, जिससे यह अवसर एक ऐतिहासिक उत्सव का रूप ले लिया।
