सीजी भास्कर, 3 नवंबर। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने राज्य सरकार (Chhattisgarh Politics 2025) पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि राज्योत्सव के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च किए गए, लेकिन यह आयोजन आम जनता की पहुंच से बाहर रहा। उन्होंने कहा कि राजधानी से करीब 30 किलोमीटर दूर नवा रायपुर में आयोजित राज्योत्सव में न तो परिवहन की पर्याप्त व्यवस्था की गई, न ही पानी, शौचालय और अन्य बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई गईं।
दीपक बैज ने पत्रकारों से चर्चा में कहा “सरकार ने राज्योत्सव को जनता के उत्सव की बजाय खर्च और भ्रष्टाचार का प्रतीक बना दिया है। कार्यक्रम स्थल तक पहुंचने के लिए बसें तक नहीं हैं, और जो पहुंच भी गए, वे सरकारी बदइंतजामी के शिकार हो गए।” उन्होंने दावा किया कि कई जिलों में भी कार्यक्रमों में यही अव्यवस्था रही। बेमेतरा में स्थिति इतनी खराब रही कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और विधायक ने कार्यक्रम का बहिष्कार कर दिया।
15.5 लाख हस्ताक्षर फार्म AICC को भेजे जाएंगे
दीपक बैज ने आगे बताया कि कांग्रेस (Chhattisgarh Politics 2025) ने मतदाता सूची में गड़बड़ी और चुनावी अनियमितताओं के खिलाफ राष्ट्रव्यापी अभियान चलाया है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में ‘वोट चोर गद्दी छोड़ो’ अभियान पूरे देश में चलाया जा रहा है, जिसके तहत छत्तीसगढ़ में भी व्यापक जनभागीदारी हुई। हमने रायगढ़ से लेकर भिलाई तक पदयात्रा, मोटरसाइकिल रैली और जनसभाएं कीं। अब तक 15.5 लाख हस्ताक्षर फार्म भरवाकर AICC को भेजे जा रहे हैं, बैज ने कहा। उन्होंने जोड़ा कि इन हस्ताक्षर फार्मों को चुनाव आयोग को सौंपा जाएगा ताकि “जनता की आवाज़ सीधे वहां तक पहुंचे।”
किसानों के ऑफलाइन पंजीयन की मांग
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने एग्री स्टैक पोर्टल में आई तकनीकी दिक्कतों को लेकर भी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि 6 से 7 लाख किसान अब तक पंजीयन से वंचित हैं क्योंकि ऑनलाइन सिस्टम सही से काम नहीं कर रहा। बैज ने कहा हम लगातार मांग कर रहे हैं कि सोसायटी स्तर पर किसानों के लिए ऑफलाइन पंजीयन की व्यवस्था की जाए। अब तो भाजपा किसान मोर्चा भी मुख्यमंत्री को ज्ञापन दे चुका है, लेकिन सरकार हठधर्मिता पर अड़ी है।
मुख्यमंत्री के क्षेत्र में धान खरीदी घोटाले का आरोप
दीपक बैज ने मुख्यमंत्री (Chhattisgarh Politics 2025) के गृह जिले जशपुर में धान खरीदी घोटाले का बड़ा आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि फरसाबहार जनपद पंचायत के चार केंद्र गडियाडीह, कोनपारा, तपकरा और समडमा में “कागजों पर खरीदी और करोड़ों की हेराफेरी” की गई। इन चार केंद्रों में ही लगभग 15 करोड़ रुपये का धान शार्टेज मिला है।
जब चार केंद्रों में इतना घोटाला है, तो पूरे प्रदेश के 2739 केंद्रों में यह आंकड़ा हजारों करोड़ तक पहुंच सकता है, उन्होंने बताया कि कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव जरिता लकड़ा और नगर पंचायत अध्यक्ष विनयशील ने प्रमाणों के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस घोटाले का खुलासा किया था, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। सरकार ने एक सत्यापन कमेटी बना दी, पर रिपोर्ट आज तक सार्वजनिक नहीं की गई।
