रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के मॉनसून सत्र की शुरुआत सोमवार को भारी हंगामे के साथ हुई, जब खाद और बीज की कमी को लेकर विपक्ष ने सरकार को घेरा। नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने शून्यकाल के दौरान इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि प्रदेश के किसान खाद की भारी किल्लत से जूझ रहे हैं, और राज्य सरकार उन्हें राहत देने में नाकाम रही है।
“किसानों की हालत खराब, खाद बाजार से दोगुने दामों में खरीदनी पड़ रही है” – भूपेश बघेल
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस मुद्दे पर समर्थन देते हुए सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि किसान अपनी मेहनत से अन्न उगाते हैं, लेकिन आज उन्हें खाद के लिए भटकना पड़ रहा है। कई जगह बाजार में ब्लैक में दोगुने रेट पर खाद बिक रही है, और सरकार मूकदर्शक बनी हुई है।
कांग्रेस विधायकों ने किया सदन में प्रदर्शन, गर्भगृह में की नारेबाजी
सरकार की ओर से जब इस मुद्दे पर चर्चा की अनुमति नहीं दी गई तो विपक्षी कांग्रेस विधायकों ने जोरदार विरोध दर्ज कराया। सभी कांग्रेस विधायक गर्भगृह में पहुंचकर जमकर नारेबाजी करने लगे। सदन में माहौल इतना गरम हो गया कि विधानसभा अध्यक्ष को कार्यवाही 5 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी।
सरकार पर गंभीर आरोप, स्थगन प्रस्ताव की मांग
नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने सरकार से मांग की कि खाद संकट को लेकर स्थगन प्रस्ताव स्वीकार कर तत्काल चर्चा की जाए। उन्होंने कहा कि अगर सरकार समय रहते इस संकट को हल नहीं करती, तो यह आंदोलन और तेज होगा। सदन में उठे इस मुद्दे के बाद कृषि विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े हो गए हैं।