सीजी भास्कर, 27 जुलाई : सीपत थाना क्षेत्र के झलमला गांव में तुंगन नाले के तेज बहाव में बहकर लापता हुए तीन साल के मासूम तेजस साहू का शव आखिरकार शनिवार की दोपहर झाड़ियों में फंसा हुआ मिला। बीते दो दिनों से एसडीआरएफ और पुलिस की संयुक्त टीम लगातार सर्च आपरेशन चला रही थी। जलस्तर कम होने के बाद टीम को सफलता मिली। तेजस का शव घटनास्थल से करीब 600 मीटर दूर झाड़ियों में फंसा मिला। शव मिलने की सूचना के बाद गांव में शोक की लहर दौड़ गई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और प्रक्रिया पूर्ण कर स्वजन को सौंप दिया है।
घर लौटते समय हुआ था हादसा-
24 जुलाई की रात ग्राम खम्हरिया निवासी मोहनलाल साहू उर्फ भोला अपने परिवार के साथ शिव शक्ति पीठ उच्चभट्ठी से दर्शन कर लौट रहा था। परिवार में दो पुरुष, दो महिलाएं और पांच बच्चे वैगनआर कार में सवार थे। झलमला के तुंगन नाले पर स्थित पुल पर तीन फीट पानी बह रहा था, इसके बावजूद मोहनलाल ने जोखिम उठाते हुए पुल पार करने का प्रयास किया। कार अनियंत्रित होकर तेज बहाव में बह गई। किसी तरह कार में सवार आठ लोगों को बाहर निकाल लिया गया, लेकिन तीन वर्षीय तेजस साहू पानी के बहाव में बह गया था।
घटना के बाद से एसडीआरएफ और पुलिस की टीम लगातार सर्च आपरेशन में जुटी हुई थी। रात में अंधेरा और तेज बहाव के कारण सर्च आपरेशन में काफी परेशानियां आईं। शुक्रवार सुबह कार घटनास्थल से करीब 300 मीटर दूर पानी में डूबी मिली, लेकिन तेजस का कोई सुराग नहीं लग पाया था। शनिवार को जलस्तर में थोड़ी कमी आने के बाद सर्चिंग अभियान तेज किया गया, जिसके बाद टीम को घटनास्थल से लगभग 600 मीटर दूर झाड़ियों में तेजस का शव फंसा हुआ मिला।
गांव में पसरा मातम, लापरवाही बनी हादसे की वजह-
गांव में इस हादसे के बाद से मातम पसरा हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि पुल पर पानी का बहाव देखकर सावधानी बरती जाती तो यह हादसा टल सकता था। वैगनआर जैसी छोटी कार में नौ लोगों को बैठाकर तेज बहाव वाले पुल से पार करने की लापरवाही भारी पड़ी और एक मासूम की जान चली गई।
पुलिस ने की अपील-
सीपत थाना प्रभारी गोपाल सतपथी ने लोगों से अपील की है कि बारिश के मौसम में नालों और पुलों पर पानी बहने की स्थिति में वाहन ले जाने का जोखिम न उठाएं। प्रशासन लगातार क्षेत्र में निगरानी कर रहा है, लेकिन जागरूकता ही ऐसे हादसों को रोक सकती है।