रायपुर। बिजली की नई दरों को लेकर विरोध-प्रदर्शन तेज होने के बीच, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने स्पष्ट किया है कि किसानों और गरीबों को इस बदलाव से कोई परेशानी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि घरेलू उपभोक्ताओं के लिए 10–20 पैसे प्रति यूनिट और किसानों के लिए 50 पैसे प्रति यूनिट इजाफा हुआ है, लेकिन किसान वर्ग को 3 HP तक के पम्प पर पहले की तरह 3,000 यूनिट मुफ्त बिजली मिलेगी, जिसकी लागत सरकार बिजली विभाग को चुकाएगी।
क्या हैं नई दरें और सब्सिडी?
श्रेणी | बढ़ोतरी | विशेष व्यवस्था |
---|---|---|
घरेलू | +₹0.10–₹0.20/यूनिट | — |
गैर‑घरेलू | +₹0.25/यूनिट | — |
कृषि पम्प | +₹0.50/यूनिट | उपभोक्ताओं को 3,000 यू॰टी॰ फ्री |
- छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत नियामक आयोग ने वित्तीय वर्ष 2025–26 के लिए औसत 1.89% दर वृद्धि को मंजूरी दी है।
- घरेलू: ₹3.90 → ₹4.10 (0–100 यूनिट), ₹6.10 → ₹6.20 (>400 यूनिट)।
- किसान: 3 HP स्लैब पर 3,000 यूनिट फ्री, बाकी पर +₹0.50/यूनिट।
CM साय का संदेश
- गरीबों को “हाफ बिजली” (50% सब्सिडी) मिलेगी।
- “गांव-गरीबों पर असर नहीं पड़ेगा” – उन्होंने किसानों की चिंता को नकारा है।
- कांग्रेस की आलोचनाओं का जवाब देते हुए कहा कि यह दर वृद्धि सिर्फ व्यवस्थागत सुधार है ना कि भारी बोझ।
- CSPDCL की मांग के अनुसार राजकोषीय घाटा / राजस्व कमी को देखते हुए 28397.64 करोड़ की मांग को 25636.38 करोड़ तक सीमित किया गया।
- वितरण योग्य बिजली की मात्रा 36540 मिलियन यूनिट अनुमोदित की गई।