सीजी भास्कर, 26 नवंबर। गौरेला–पेंड्रा–मरवाही जिले में पिछले वर्ष 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा के खराब परिणामों पर कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी ने गंभीर असंतोष जताया है। इसी क्रम में उन्होंने स्कूलों का सघन निरीक्षण (Collector Inspection) शुरू किया है, ताकि शिक्षण व्यवस्था, विद्यार्थियों की उपस्थिति और शिक्षकीय दायित्वों की वास्तविक स्थिति सामने आ सके।
इसी कड़ी में कलेक्टर (Collector Inspection) ने आज शासकीय हाई स्कूल साल्हेकोटा, स्वामी आत्मानंद हिंदी एवं अंग्रेजी माध्यम विद्यालय भर्रीडांड़ तथा शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बंशीताल का निरीक्षण किया। साल्हेकोटा स्कूल में 10वीं कक्षा में दर्ज संख्या 30 में से 18 विद्यार्थी अनुपस्थित मिले, वहीं बंशीताल स्कूल में 206 में से 64 बच्चे उपस्थित नहीं थे। इस पर कलेक्टर ने शिक्षकों को कड़ी फटकार लगाई और कहा कि विद्यार्थियों की कम उपस्थिति अत्यंत चिंताजनक है।
कलेक्टर ने निर्देश दिए कि शिक्षक समय का पाबंद रहें, बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रेरित करें तथा पालकों से लगातार संपर्क कर शत प्रतिशत उपस्थिति (Student Attendance Drive) सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि “बच्चे घर से ज़्यादा समय स्कूल में बिताते हैं। उनकी उपस्थिति में आपका प्रयास दिखना चाहिए।”
Collector Inspection कलेक्टर ने ली जानकारी
निरीक्षण के दौरान उन्होंने शिक्षकों की बैठक ली और पिछले वर्ष के परीक्षा परिणाम, शिक्षकों की पदस्थापना तिथि तथा विषयवार शिक्षण की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने स्पष्ट कहा कि आने वाली बोर्ड परीक्षा की तिथि घोषित हो चुकी है और सिर्फ दो माह का समय शेष है, इसलिए शिक्षकों को अब पूर्ण समर्पण और नैतिक ज़िम्मेदारी के साथ कार्य करना होगा।
कलेक्टर ने कहा कि आगामी बोर्ड परीक्षा में यदि जिले का परिणाम बेहतर नहीं आया तो इसकी सीधी जिम्मेदारी शिक्षकों (Exam Responsibility Accountability) की होगी। उन्होंने कमजोर बच्चों पर विशेष ध्यान देने, अतिरिक्त कक्षाएं चलाने और ब्लू प्रिंट के अनुरूप परीक्षा तैयारी कराने का निर्देश दिया। निरीक्षण के दौरान जिला पंचायत सीईओ मुकेश रावटे भी उपस्थित रहे।
