सीजी भास्कर, 14 सितंबर। छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने चुनावी (Congress Padayatra 2025) मोर्चे पर एक बार फिर सनसनी खड़ी कर दी है। प्रदेश भर में राजनीतिक हलचल के बीच पार्टी ने ‘वोट चोर गद्दी छोड़’ अभियान के तहत रायगढ़ से भिलाई तक पदयात्रा करने का ऐलान किया है। यह कदम कांग्रेस की आगामी रणनीति का अहम हिस्सा माना जा रहा है, लेकिन इसके पीछे क्या मकसद है, इसको लेकर सस्पेंस बरकरार है।
राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि यह पदयात्रा केवल एक प्रदर्शन नहीं, बल्कि जनता के बीच जागरूकता फैलाने और भाजपा सरकार की नीतियों के खिलाफ विरोध जताने का माध्यम है। insiders के अनुसार, इस अभियान में पार्टी के शीर्ष नेता और बड़े कार्यकर्ता सीधे तौर पर शामिल होंगे, जिससे किसी भी तरह की गुटबाजी और सत्ता संघर्ष पर भी पैनी नजर रहेगी।
बिलासपुर में हाल ही में आयोजित ‘वोट चोर-गद्दी छोड़’ सभा में सचिन पायलट की मौजूदगी में कुछ गुटबाजी साफ देखी गई थी। पूर्व मंत्री डहरिया ने सभा में खुलकर कहा कि कार्यकर्ता चमचे नहीं हैं। वहीं, TS पर भूपेश ने इशारों में यह स्पष्ट कर दिया कि वोट चोरी से सरकार आई, मत बोलना काम नहीं किया। अमरजीत से सभा में माइक भी छीन लिया गया था। इस घटनाक्रम ने पदयात्रा की राजनीति में सस्पेंस और बढ़ा दिया।
16 से 18 सितंबर तक चलने वाली इस पदयात्रा की शुरुआत रायगढ़ जिले के रायगढ़ शहर और आसपास के क्षेत्र से होगी। कांग्रेस की योजना है कि पहले दिन हस्ताक्षर अभियान और सभा आयोजित की जाएगी। उसी दिन कोरबा में मशाल रैली आयोजित होगी। 17 सितंबर को तखतपुर, मुंगेली और बेमेतरा में पदयात्रा और जनसभाएं आयोजित की जाएंगी, जबकि 18 सितंबर को राजनांदगांव, दुर्ग और भिलाई में कार्यक्रमों के माध्यम से इस अभियान का समापन होगा।
सचिन पायलट इस अभियान के प्रमुख चेहरा हैं। वह 16 सितंबर को दोपहर 2.30 बजे झारसुगड़ा हवाई अड्डे पहुंचेंगे और वहां से रायगढ़ के लिए रवाना होंगे। इस अभियान में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पूर्व उपमुख्यमंत्री टी.एस. सिंहदेव के अलावा प्रभारी सचिवगण एस. सम्पत, जरिता लैतफंलाग, विजय जांगिड़ और अन्य वरिष्ठ नेता एवं पदाधिकारी भी शामिल होंगे। इसके साथ ही स्थानीय संगठन और कार्यकर्ता भी पदयात्रा में सक्रिय भागीदारी करेंगे।
तीन दिवसीय इस कार्यक्रम में केवल पदयात्रा और सभाएं ही नहीं होंगी। जनता के घर-घर संपर्क, हस्ताक्षर अभियान, मशाल रैलियां और बाइक रैली भी आयोजित की जाएंगी। कांग्रेस का उद्देश्य जनता को जागरूक करना और मतदाता सूची में हुई गड़बड़ियों पर प्रकाश डालना है। इस दौरान प्रचार-प्रसार के माध्यम से पार्टी भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों को भी सामने लाएगी।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यह अभियान कांग्रेस के लिए चुनावी रणनीति का महत्वपूर्ण हिस्सा है। न केवल जनता के बीच संदेश पहुंचाया जाएगा, बल्कि आगामी चुनावों में पार्टी की पकड़ मजबूत करने और विरोध दर्ज कराने में यह अभियान निर्णायक भूमिका निभाएगा। सचिन पायलट के नेतृत्व में पदयात्रा (Congress Padayatra 2025) जनता के बीच पार्टी की ताकत और संगठनात्मक क्षमता को प्रदर्शित करेगी।
अभियान के दौरान आयोजित होने वाली सभाओं और रैलियों में पार्टी प्रमुख (Congress Padayatra 2025) के विचार और संदेश जनता तक सीधे पहुंचेंगे। इसके अलावा, घर-घर संपर्क और हस्ताक्षर अभियान के माध्यम से लोग अपने मताधिकार और लोकतंत्र की सुरक्षा के प्रति जागरूक होंगे।
इस पूरे कार्यक्रम का समापन भिलाई में विशाल सभा और रैली के साथ होगा, जहां कांग्रेस अपने संदेश को जोरदार तरीके से प्रस्तुत करेगी। इस तीन दिवसीय पदयात्रा के जरिए पार्टी न केवल अपनी ताकत दिखाएगी, बल्कि आगामी चुनावों में विरोधी नीतियों के खिलाफ जनता का विश्वास भी जुटाएगी। सचिन पायलट का नेतृत्व और कांग्रेस का रणनीतिक दृष्टिकोण (Congress Padayatra 2025) इस अभियान की सफलता की कुंजी माना जा रहा है।
अंततः, यह अभियान छत्तीसगढ़ की राजनीतिक तस्वीर बदलने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है, जहां जनता की भागीदारी और नेता की सक्रियता दोनों ही निर्णायक भूमिका निभाएंगे।