सीजी भास्कर, 27 नवंबर | Constitution Day Law Festival: राजनांदगांव के पंडित किशोरी लाल शुक्ल विधि महाविद्यालय में इस वर्ष संविधान दिवस खास रहा। 25 और 26 नवंबर को आयोजित दो दिवसीय ‘विधि उत्सव–2025’ ने कॉलेज परिसर में ऐसा माहौल बनाया, जिसमें शिक्षा, अनुशासन और संवैधानिक समझ तीनों एक साथ दिखाई दिए। कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों में constitutional values के प्रति जागरूकता बढ़ाना था और यह मकसद पूरे आयोजन में स्पष्ट रूप से झलकता रहा।
प्रस्तावना की शपथ से शुरू हुआ दूसरा दिन
कार्यक्रम के दूसरे दिन की शुरुआत भारतीय संविधान की प्रस्तावना के सामूहिक वाचन से हुई। विद्यार्थियों ने एक स्वर में खड़े होकर संवैधानिक मूल्यों—न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुता—के पालन का संकल्प लिया। शपथ ग्रहण का यह क्षण पूरे परिसर में अनुशासन और प्रेरणा का भाव लेकर आया, जिसका असर दिन भर की गतिविधियों में साफ दिखा।
Constitution Day Law Festival: प्रतियोगिताओं में छात्रों ने दिखाया कौशल और तर्कशक्ति
उत्सव में निबंध लेखन, क्विज, case analysis (focus keyword: Case Analysis Competition) और एक्सटेम्पोर जैसी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जहां प्रतिभागियों ने बेहतरीन तैयारी और आत्मविश्वास का प्रदर्शन किया।
- क्विज में आदर्श और आशुतोष सिंह विजेता बने।
- एक्सटेम्पोर में मनीष यादव प्रथम और कुनाल उपविजेता रहे।
- केस एनालिसिस में ए.एस. कुमार साहू विजेता और अनिरुद्ध चोपड़ा उपविजेता रहे।
- निबंध लेखन में नविता मोहबिया विजेता और कुनिका साहू प्रथम उपविजेता बनीं।
समापन समारोह में अतिथि का मार्गदर्शन और प्रतिभागियों का सम्मान
समापन समारोह गरिमामय वातावरण में आयोजित हुआ, जिसमें राजनांदगांव के एडवोकेट प्रशांत तिवारी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने कानूनी शिक्षा, व्यावसायिक दृष्टिकोण और अनुशासन की आवश्यकता पर विस्तार से बात की। उन्होंने सभी विजेताओं को प्रमाण पत्र और सम्मान प्रदान किया, जिससे छात्रों का उत्साह और भी बढ़ गया।
Constitution Day Law Festival: आयोजन टीम का योगदान और निर्णायकों की भूमिका महत्वपूर्ण
प्राचार्य डॉ. निमिषा मिश्रा ( Academic Leadership) कार्यक्रम की संयोजक रहीं, जबकि सह-संयोजक सुरभि अग्रवाल ने पूरे आयोजन की रूपरेखा को सफलतापूर्वक संचालित किया। सहायक प्राध्यापक अल्का चौहान, प्रेरणा तिवारी, अतुल सोनी और सोनाक्षी सिरवानी ने आयोजन में अहम भूमिका निभाई।
केस एनालिसिस प्रतियोगिता के निर्णायक के रूप में एडवोकेट योगेश दुर्रेकर उपस्थित थे, जिन्होंने प्रतिभागियों को विधिक विश्लेषण, प्रस्तुति कौशल और न्यायिक दृष्टिकोण पर व्यावहारिक मार्गदर्शन दिया।
उत्साह और अनुशासन के साथ ‘विधि उत्सव–2025’ सफलतापूर्वक संपन्न
दो दिनों तक चला यह आयोजन न केवल कानून के छात्रों के लिए सीखने का अवसर बना, बल्कि संवैधानिक आदर्शों को आत्मसात करने का मंच भी। प्राचार्य डॉ. निमिषा मिश्रा ने पूरी टीम को बधाई देते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम छात्रों के चरित्र और सोच दोनों को मजबूत बनाते हैं। अंत में सह-संयोजक सुरभि अग्रवाल ने सभी अतिथियों, निर्णायकों और संकाय सदस्यों का आभार व्यक्त किया।
