सीजी भास्कर 7 मार्च केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को देश में बढ़ते सड़क हादसों के लिए इंजीनियर और सलाहकारों द्वारा तैयार की गई डिफेक्टिव डीपीआर और दोषपूर्ण सड़क डिजाइन को जिम्मेदार ठहराया. ये बात उन्होंने ग्लोबल रोड इन्फ्राटेक समिट एंड एक्सपो (जीआरआईएस) में कही.
गडकरी ने कहा कि सड़क सुरक्षा उपायों में सुधार की जरूरत है.नितिन गडकरी ने कहा, देश में ज्यादातर सड़क हादसे लोगों की छोटी-छोटी गलतियों, डिफेक्टिव डीपीआर की वजह से होती हैं. इसके लिए किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया जाता. उन्होंने सड़क निर्माण में नई तकनीकी और टिकाऊ निर्माण सामग्री को अपनाकर पर जोर दिया. मंत्री ने कहा कि देश में सड़क पर गाइड बोर्ड और साइन सिस्टम जैसी छोटी-छोटी चीजें भी बहुत खराब हैं. हमें स्पेन, ऑस्ट्रिया और स्विटजरलैंड से सीखने की जरूरत है.देश में सबसे खराब क्वालिटी की डीपीआर बनाई जाती है
मंत्री ने कहा कि देश में सबसे खराब क्वालिटी वाली डीपीआर बनाई जाती है. खराब प्लानिंग और डिजाइन की वजह से सड़क हादसों में लगातार इजाफा हो रहा है. इसके लिए बड़े पैमाने पर इंजीनियर भी जिम्मेदार हैं. मुझे लगता है कि सड़क हादसों में बढ़ोतरी के लिए इंजीनियर ही जिम्मेदार हैं.
मुख्य समस्या सड़क इंजीनियरिंग और खराब प्लानिंग और डिफेक्टिव डीपीआर है.2023 में 1 लाख 80 हजार लोगों की मौत हुईकेंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश में 2023 में सड़क हादसों में 1 लाख 80 हजार लोगों की मौत हुई है. सरकार का टारगेट टारगेट 2030 तक सड़क हादसों की संख्या में 50 फीसदी की कमी लाना है. इस मौके पर अंतरराष्ट्रीय सड़क महासंघ के अध्यक्ष के के कपिला ने कहा कि सड़क डिजाइन, निर्माण और मैनेजमेंट के हर पहलू में सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए यह शिखर सम्मेलन एक ऐसे भविष्य की ओर बढ़ना चाहता है, जहां सड़क हादसे न हों.