सीजी भास्कर, 01 मार्च । झारखंड के धनबाद (Dhanbad) में अंधविश्वास से जुड़ी एक शर्मनाक घटना सामने आई है। गांव के कुछ लोगों ने पांच महिलाओं को डायन बताकर उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें अपने घर छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा।
पीड़ित महिलाओं ने धनबाद (Dhanbad) के रणधीर वर्मा चौक स्थित गांधी सेवा सदन में मीडिया के सामने अपनी पीड़ा साझा की। उन्होंने आरोप लगाया कि गांव के कुछ लोगों ने ओझा-गुनी के प्रभाव में आकर उन्हें प्रताड़ित किया। इस मामले में पीड़ितों ने 16 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है।
महिलाओं के अनुसार, आरोपियों ने उनके घरों में घुसकर उन्हें डायन करार दिया। इसके बाद उन्होंने गाली-गलौज करते हुए मारपीट की और धमकी देकर उन्हें गांव से निकाल दिया। इस डर के कारण महिलाएं अपने परिवार के साथ गांव छोड़कर भाग गईं। अब वे वापस लौटने से डर रही हैं, क्योंकि उन्हें जान से मारने की धमकी मिल रही है।
पीड़ित महिलाओं ने जिला प्रशासन (Dhanbad) और सरकार से न्याय और सुरक्षा की गुहार लगाई है। उनका कहना है कि यदि प्रशासन उन्हें सुरक्षा प्रदान करता है, तभी वे अपने घर लौटने का साहस कर सकेंगी।
एक पीड़िता की बेटी ने कहा कि मेरी मां और अन्य महिलाओं को डायन बताकर घर से बाहर निकाल दिया गया और उन पर हमला किया गया। हमने पुलिस में शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। हमें न्याय की आवश्यकता है।
इस मामले पर टुंडी थाना प्रभारी उमाशंकर ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि महिलाओं की शिकायत के आधार पर 16 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और जांच जारी है। यदि पीड़ितों को कोई अन्य समस्या होती है, तो वे थाने से संपर्क कर सकते हैं। पुलिस उनके साथ है।
पीड़ित महिला ने कहा कि हमारे आसपास के लोग हमें पांच महिलाओं को डायन बताकर परेशान कर रहे हैं। हमारे घर में दो लोग बीमार हैं। पास में एक ओझा है, जिसने अन्य परिवार के सदस्यों को भड़काकर कहा कि ये पांच महिलाएं डायन हैं।
इसके बाद हमें मारपीट कर घर से निकाल दिया गया। जब हम घर लौटने की कोशिश करते हैं, तो हमें धमकी दी जाती है कि अगर गांव में आए तो जान से मार देंगे और हमें प्रताड़ित करेंगे। कृपया हमें किसी तरह घर भेज दें। हमें न्याय चाहिए।
(Dhanbad) डुमरी विधायक जयराम महतो ने कहा कि पूरी दुनिया 21वीं सदी में आगे बढ़ रही है, लेकिन टुंडी में जिस तरह से महिलाओं को डायन बताकर घर से निकाला गया और उनके साथ मारपीट की गई, इस मामले में पुलिस प्रशासन को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।