सीजी भास्कर, 5 अगस्त
रायपुर – राजधानी में एक हैरान करने वाली ठगी का मामला सामने आया है, जहां एक डॉक्टर से शेयर बाजार में मुनाफा दिलाने के नाम पर ₹1.5 करोड़ की ठगी की गई। खास बात यह है कि यह पूरा खेल एक ही परिवार के चार सदस्यों – पति, पत्नी, भाई और बहन ने मिलकर रचा। पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि बाकी तीन अब भी फरार हैं। मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है।
कैसे हुई ठगी? डॉक्टर ने खुद बताया पूरा वाकया
शंकर नगर निवासी और एडवांस चेस्ट सेंटर के संचालक डॉ. बी. बालकृष्ण ने इस संबंध में FIR दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि साल 2021 में उनकी मुलाकात मनोज चावला से हुई, जो सेल्स टैक्स कॉलोनी का रहने वाला है। मनोज और उसके परिवार – पत्नी खुशबू चावला, भाई चेतन चावला और बहन नैना चावला – से नज़दीकियां बढ़ीं और यही भरोसा आगे जाकर ठगी की वजह बना।
डॉक्टर ने बताया कि उन्होंने अपने क्लिनिक का फार्मेसी और लेबोरेटरी सेक्शन मनोज के परिवार को हैंडल करने दिया। इस दौरान जब उन्होंने अस्पताल विस्तार की योजना बनाई, तो बड़ी फंडिंग की जरूरत पड़ी।
इन्वेस्टमेंट के नाम पर 1.5 करोड़ ले लिए
चावला परिवार ने डॉक्टर को बताया कि वे लोग शेयर मार्केट ट्रेडिंग भी करते हैं और उसमें अच्छा रिटर्न मिलता है। भरोसा जताते हुए उन्होंने डॉक्टर से इन्वेस्टमेंट करने को कहा। बदले में मुनाफा और मूलधन सुरक्षित रखने का वादा किया गया।
इस पर भरोसा करते हुए डॉक्टर ने कुल ₹1.5 करोड़ का निवेश कर दिया। लेकिन समय बीतने के साथ जब डॉक्टर ने रकम वापस मांगी, तो मनोज और उसके परिवार ने रकम देने से इनकार कर दिया।
एग्रीमेंट भी बना, लेकिन पैसे फिर भी नहीं लौटे
डॉ. बालकृष्ण ने बताया कि काफी दबाव डालने के बाद चावला परिवार ने एक लिखित समझौता किया कि वे पैसे लौटाएंगे और डॉक्टर इस पर कोई कानूनी कार्रवाई नहीं करेंगे। लेकिन समझौते के बाद भी न तो रकम लौटी और न ही मुनाफा।
थक-हारकर डॉक्टर ने आखिरकार सिविल लाइन थाने में मामला दर्ज कराया। पुलिस जांच में मनोज चावला और उसका पूरा परिवार ठगी की साजिश में शामिल पाया गया।
एक गिरफ्त में, बाकी अभी फरार
पुलिस ने अब तक एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। शेष तीन – खुशबू, चेतन और नैना – फरार हैं। उनके खिलाफ धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश और विश्वासघात की धाराओं में केस दर्ज किया गया है।