सीजी भास्कर, 23 जुलाई |
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से सटे अभनपुर के बिरोदा गांव में एक डबल मर्डर केस ने इलाके को हिला कर रख दिया है। गांव के एक झोलाछाप डॉक्टर ने बुजुर्ग दंपती की हत्या सिर्फ तानों और 10 हजार के विवाद में कर दी। आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और उसने जुर्म कबूल कर लिया है।
क्या है पूरा मामला?
घटना 16 जुलाई की है। बिरोदा गांव में रहने वाले 62 वर्षीय भूखन ध्रुव और उनकी पत्नी 60 वर्षीय रुक्मणी ध्रुव की लाशें उनके घर से बरामद की गईं। पुलिस को सूचना मिलने पर FSL, डॉग स्क्वॉड और फिंगरप्रिंट विशेषज्ञों की टीम ने घटनास्थल की जांच शुरू की।
पुलिस को ऐसे मिला सुराग:
- लाशों पर चाकू से गले और सीने पर कई वार के निशान थे।
- गांव के 200 से अधिक लोगों से पूछताछ की गई।
- एक झोलाछाप डॉक्टर राकेश कुमार बारले को घटना के दिन घर के पास देखा गया था।
- मोबाइल टावर की लोकेशन ने आरोपी की सच्चाई उजागर कर दी।
हत्या की वजह क्या थी?
आरोपी डॉक्टर ने पूछताछ में बताया कि:
- रुक्मणी ने इलाज के बाद “लूट रहे हो” जैसे ताने मारे थे।
- डॉक्टर ने दंपती को एक भूमि सौदे के लिए ₹10,000 एडवांस दिए थे, जो वापस नहीं मिल रहे थे।
- तानों और रुपये की ठगी से परेशान होकर हत्या की योजना बना ली।
कैसे दी गई वारदात को अंजाम:
- आरोपी इलाज के बहाने घर पहुंचा।
- भूखन को खाट पर लिटाया और महिला को गर्म पानी लाने भेजा।
- जैसे ही महिला किचन गई, आरोपी ने भूखन का गला और सीना चाकू से चीर दिया।
- महिला वापस आई तो उसी तरह उसे भी बेरहमी से मार डाला।
वारदात के बाद क्या किया आरोपी ने?
- खून से सने कपड़े, जूते और चाकू नाले में फेंक दिए।
- अपने गांव कोड़ापारा (धमतरी) जाकर लोकेशन बदल ली।
- कुछ समय बाद गांव लौटकर फिर से दुकान खोलकर इलाज करने लगा, ताकि शक न हो।
मृतक परिवार की स्थिति:
हत्या के अगले दिन काम पर न पहुंचने पर एक जानकार ने घटना की जानकारी सरपंच को दी, फिर पुलिस आई।
दंपती के 3 बच्चे हैं—दो बेटियां (धमतरी और पाटन में विवाहित) और एक बेटा रायपुर में रहता है।