उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के भरथना क्षेत्र की कथावाचिका शास्त्री लवली यादव का एक विवादित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. इस वीडियो में उन्होंने ब्राह्मण समाज को लेकर आपत्तिजनक और भड़काऊ टिप्पणियां की हैं, जिससे जिले में जातीय तनाव गहराने की आशंका जताई जा रही है. अपने बयान में लवली यादव ने यादव समाज से अपील की कि वे अब अपने घरों में ब्राह्मणों को न बुलाएं.
उन्होंने कहा,’हमने ही ब्राह्मणों की पूजा करके उनके दिमाग खराब कर दिए हैं. ब्राह्मण कभी यादवों के नहीं हो सकते और अब उन्होंने सोते हुए शेर को जगा दिया है, जिसका अंजाम उन्हें भुगतना पड़ेगा.’ लवली यादव ने दांदरपुर गांव की कथावाचिका रेनू तिवारी पर भी सीधा हमला बोला. उन्होंने रेनू तिवारी को मूर्ख और अकलहीन बताया.
अखिलेश यादव ने कुछ भी गलत नहीं किया- कथावाचिका
उन्होंने आरोप लगाया कि पंडितों की सोच यही रही है कि यादवों पर चाहे जितना भी अत्याचार कर लिया जाए, वे चुप रहेंगे, लेकिन अब हालात बदल गए हैं. इसके साथ ही कथावाचिका शास्त्री लवली यादव ने समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा कथावाचकों को दिए गए सम्मान का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि सम्मान देना कोई अपराध नहीं है. अखिलेश यादव ने कुछ भी गलत नहीं किया.
इटावा में जातीय तनाव का माहौल
कथावाचिका शास्त्री लवली यादव का यह बयान ऐसे समय में सामने आया है जब दांदरपुर गांव में कथावाचकों पर हुए हमले के बाद से ही जिले में जातीय तनाव का माहौल बना हुआ है. ऐसे में कथावाचिका लवली यादव का यह वीडियो प्रशासन के लिए नई चुनौती बनकर सामने आया है. बता दें कि इटावा में यादव जाति के कथावाचकों मुकुट मणि और संत सिंह यादव के साथ दुर्व्यवहार किया गया था.
यादव समाज से होने के कारण गांव वालों ने दोनों कथावाचकों की चोटी काट दी थी. यही नहीं दोनों को भीड़ में मौजूद महिलाओं के पैर छूने के लिए भी मजबूर किया गया था.