सीजी भास्कर, 05 फरवरी। देश के कई राज्यों में साइबर ठगी के लिए इस्तेमाल किए जा रहे 10 बैंक अकाउंट बालोद के निकले हैं। कल शाम 6 बजे बालोद पुलिस ने साइबर ठगी से जुड़े एक चौंकाने वाले मामले का खुलासा किया है।
पुलिस के अनुसार साइबर ठगों को अपना बैंक खाता किराए पर देने वाले 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। पुलिस ने इन आरोपियों से पूछताछ में और भी कुछ लोगों के नाम सामने लाने का दावा किया है। इसी आधार पर पुलिस और भी अन्य राज्यों से लेने-देन करने वाले खाता धारकों की जांच कर नजर रख रही है।
एसडीओपी देवांश सिंह राठौर ने बताया कि बालोद थाना क्षेत्र के युवाओं को कम समय में अमीर बनने का लालच देने वाले मास्टरमाइंड नारायण सोलंकी युवाओं को बताता था कि अन्य राज्यों में हवाला का बहुत पैसा है। रूपया रखने के लिए सुरक्षित अकाउंट चाहिए, जिससे खाता धारक लालच में जुर्म कर बैठते थे। नारायण का गुरु रायपुर के अजमल रजा उर्फ बाबर और उत्कर्ष गुप्ता हैं। जो युवाओं को अकाउंट खुलवाने के लिए मार्गदर्शक का काम करते थे। बैंक ऑफ महाराष्ट्र के 10 बैंक खातों में ठगी का तीन लाख 19 हजार 145 रुपए मौजूद हैं।
यह रूपया देश के अलग-अलग राज्यों से ऑनलाइन ठगी के माध्यम से आया है। इस आधार पर बालोद थाना में इनके खिलाफ अपराध दर्ज किया गया है। वहीं आगे और भी संदिग्ध बैंक अकाउंट की जांच जारी है।
बालोद एसपी एसआर भगत ने बताया कि आरोपियों ने खाता धारकों को 2 से 5 हजार रुपए महीने देने का रेट तय किया था, ऐसे 10 अकाउंट सामने आए हैं। जिनमें हीरापुर निवासी उमेश कुमार निषाद (28 वर्ष), तरौद निवासी अभिषेक चौरे (21 वर्ष), हर्राठेमा निवासी जितेंद्र कुमार गावड़े (24 वर्ष) और जवाहरपारा निवासी खिलेंद्र रायपुरिया (25 वर्ष), ठगों को अकाउंट, सिम और एटीएम कार्ड उपलब्ध कराने वाले संजय नगर बालोद निवासी नारायण सोलंकी (37 वर्ष), डीडी नगर थाना क्षेत्र के उत्कर्ष गुप्ता (38 वर्ष), रायपुर निवासी अजमल रजा उर्फ बाबर (27 वर्ष), नवापारा राजिम निवासी करण यादव (25 वर्ष) और हिमांशु ईसरानी (26 वर्ष) को गिरफ्तार किया गया है।