सीजी भास्कर, 01 अक्टूबर। कांग्रेस ने केंद्र की एजेंसी ईडी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि उसकी कार्रवाई अब संवैधानिक दायरे से बाहर निकलकर आतंकियों जैसी हो चुकी है। कांग्रेस प्रवक्ताओं का कहना है कि ईडी का इस्तेमाल विपक्षी नेताओं को बदनाम करने और राजनीतिक फायदे के लिए किया जा रहा है। (ED Political Controversy)
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि व्यापारी हेमंत चंद्राकर के साथ ईडी अधिकारियों ने अमानवीय ढंग से मारपीट की। उनके शरीर पर चोटों के निशान साफ दिखाई देते हैं। इस पर पुलिस को हेमंत चंद्राकर की शिकायत के आधार पर तुरंत एफआईआर दर्ज करनी चाहिए। (ED Political Controversy)
यह पूरा मामला रायपुर का है। बिलासपुर निवासी व्यवसायी हेमंत चंद्राकर ने आरोप लगाया है कि ईडी अधिकारियों ने पूछताछ के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और अन्य कांग्रेस नेताओं का नाम लेने का दबाव बनाया। उनके मुताबिक, ईडी के अधिकारी न केवल असंवैधानिक कार्यवाही में लिप्त हैं, बल्कि लोकतंत्र की जड़ों को कमजोर कर रहे हैं। (ED Political Controversy)
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि हेमंत चंद्राकर से पूछताछ करने वाले अधिकारियों की शिनाख्त कर उनके खिलाफ कार्रवाई जरूरी है। साथ ही उन्होंने जोर देकर कहा कि इन आरोपों की न्यायिक जांच होनी चाहिए ताकि सच सामने आ सके। (ED Political Controversy)
उन्होंने यह भी कहा कि उपमुख्यमंत्री अरुण साव का बयान ईडी और भाजपा की मिलीभगत को उजागर करता है। कांग्रेस का आरोप है कि जब भी ईडी के खिलाफ आवाज उठती है तो भाजपा उसके बचाव में खड़ी हो जाती है। इससे साफ हो जाता है कि एजेंसी का इस्तेमाल राजनीतिक हथियार के तौर पर हो रहा है।