सीजी भास्कर, 13 अक्टूबर। 80 वर्षीय ओमप्रकाश शर्मा नामक व्यक्ति को आखिरकार 15 वर्षों बाद न्याय की उम्मीद जगी है। शर्मा पिछले एक दशक से अधिक समय से अपने दो आवासीय भूखंडों के कब्जे के लिए थानों और अधिकारियों के चक्कर काटते रहे, लेकिन किसी ने उनकी नहीं सुनी। अब न्यायालय के आदेश पर पुलिस ने जमीन कारोबारी के खिलाफ मामला दर्ज किया है (Elderly Land Fraud Case Jaipur)।
राजस्थान के जयपुर जिले के शिकायतकर्ता ओमप्रकाश शर्मा ने बताया कि उन्होंने 2009 और 2010 में नारायण विहार आवासीय योजना में दो भूखंड खरीदे थे और पूरा भुगतान भी कर दिया था। इसके बावजूद भूखंड का कब्जा नहीं मिला। जब उन्होंने बार-बार अधिकारियों से गुहार लगाई तो मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। अंततः उन्होंने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया, जिसके बाद कोर्ट ने पुलिस को प्राथमिकी दर्ज करने के आदेश दिए (Elderly Land Fraud Case Jaipur)।
पुलिस उपायुक्त हनुमान प्रसाद मीणा ने बताया कि भांकरोटा थाने में जमीन कारोबारी ज्ञानचंद अग्रवाल और उसके सहयोगियों के खिलाफ धोखाधड़ी, आपराधिक धमकी और साजिश के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि अग्रवाल ने संबंधित भूखंड पहले ही किसी अन्य व्यक्ति को बेच दिए थे और कब्जा मांगने पर शर्मा को धमकाया गया था। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, आरोपी अग्रवाल के खिलाफ प्रदेश के विभिन्न थानों में करीब तीन सौ मामले पहले से दर्ज हैं (Elderly Land Fraud Case Jaipur)।
शर्मा ने कहा, “मैंने अपनी पूरी जिंदगी की कमाई इन भूखंडों में लगा दी, लेकिन 15 साल बाद भी मुझे कब्जा नहीं मिला। अब न्यायालय के आदेश से मुझे विश्वास हुआ है कि न्याय जरूर मिलेगा।” स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह के कई वरिष्ठ नागरिक भी ऐसे ही धोखाधड़ी के शिकार हुए हैं, जो रियल एस्टेट माफियाओं से न्याय की उम्मीद लगाए बैठे हैं।